भारत-पाक तनाव के बीच आखिर क्यों ‘कराची बेकरी’ ने लगाए भारत के झंडे, 20 देशों में फैला है कारोबार

भारत और पाकिस्तान के बीच जबरदस्त तनाव के माहौल में, ‘कराची बेकरी’ के स्टोर्स पर भारतीय झंडा, यानी तिरंगा, फहराया जा रहा है। पाकिस्तान के शहरों में जैसे लाहौर में बम धमाके हो रहे हैं और कराची व इस्लामाबाद जैसे प्रमुख शहरों के एयरपोर्ट बंद हैं, ऐसे में भारत में स्थित इस ब्रांड के इस कदम ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया है। आखिर इस समय में कराची बेकरी तिरंगा क्यों लगा रही है?

इसलिए लगाए गए स्टोर पर तिरंगे

हैदराबाद स्थित ‘कराची बेकरी’ एक प्रसिद्ध कुकीज़ ब्रांड है जो विशेष रूप से अपने ओस्मानिया बिस्किट के लिए देशभर में मशहूर है। यह बेकरी शहर में एक आम चाय कैफे की तरह लोकप्रिय है। हर बार जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता है, तो कराची बेकरी अपने हैदराबाद के करीब 20 स्टोर्स पर तिरंगा फहराने का कार्य करती है।

इसका कारण ब्रांड के नाम में ‘कराची’ का जुड़ा होना है, जो पाकिस्तान का प्रमुख शहर है। भारत-पाक तनाव के समय कराची बेकरी के स्टोर्स को विरोध और शंका का सामना करना पड़ता है। इसलिए, कंपनी एहतियात के तौर पर तिरंगा फहराती है ताकि जनता को यह संदेश मिले कि यह एक पूर्ण रूप से भारतीय ब्रांड है। यह प्रतीकात्मक रूप से ब्रांड की भारतीयता को दर्शाने और किसी भी गलतफहमी से बचने का प्रयास है।

सुरक्षा इंतजाम किए गए

डेक्कन क्रोनिकल की रिपोर्ट के अनुसार, कराची बेकरी के मैनेजमेंट को उच्च अधिकारियों की ओर से सतर्क रहने के लिए कहा गया है। इसके साथ ही, स्थानीय पुलिस ने बेकरी स्टोर्स के आसपास पुलिस बल तैनात कर दिया है ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति को रोका जा सके और शांति बनी रहे।

‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद बढ़ा तनाव

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम से जवाबी कार्रवाई की। इसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में मौजूद 9 बड़े आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया गया। इस ऑपरेशन के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव और भी अधिक बढ़ गया है, और युद्ध जैसे हालात बन गए हैं।

‘कराची बेकरी’ अपनी खासियत ओस्मानिया बिस्किट के लिए दुनियाभर में जानी जाती है। यह कंपनी अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया सहित 20 से ज्यादा देशों में अपने प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट करती है। कंपनी हर दिन 10 टन से अधिक बिस्किट का उत्पादन करती है और हैदराबाद के हर स्टोर पर औसतन रोज़ाना 2000 ग्राहक आते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कराची बेकरी का सालाना कारोबार 100 करोड़ रुपये से अधिक है और यह 1,000 से ज्यादा लोगों को रोजगार देती है।

हिंदू परिवार से जुड़ा है कराची का नाम

‘कराची बेकरी’ की स्थापना 1953 में खानचंद रामनानी नाम के एक सिंधी हिंदू परिवार ने की थी। भारत-पाक विभाजन के दौरान उनका परिवार पाकिस्तान के कराची से भारत आकर हैदराबाद में बस गया था। अपनी जड़ों को याद रखते हुए, उन्होंने बेकरी का नाम ‘कराची बेकरी’ रखा। इस ब्रांड की पहली शाखा हैदराबाद के मोज्जम जाही मार्केट में शुरू की गई थी।