दलित नेता चरणजीत चन्नी होंगे पंजाब के नए मुख्यमंत्री, राज्यपाल से मिलने राजभवन पहुंचे

चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब के नए मुख्यमंत्री होंगे। कांग्रेस आलाकमान ने विधायकों की सर्वसम्मति से यह फैसला लिया है। पार्टी इंचार्ज हरीश रावत ने ट्वीट करके चन्नी के सर्वसम्मति से कांग्रेस विधायक दल का नेता चुने जाने की जानकारी दी। चन्नी के कांग्रेस विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत उन्हें लेकर राज्यपाल से मिलने पहुंचे। नवजोत सिंह सिद्धू और सुखजिंदर सिंह रंधावा भी उनके साथ हैं।

पहले सुखजिंदर रंधावा का नाम था आगे

सूत्रों के मुताबिक बैठक में सुखजिंदर रंधावा के नाम को लेकर आम राय बनाने की कवायद की जा रही है। लेकिन कुछ विधायक रंधावा का विरोध कर रहे थे। सूत्रों का कहना था कि नवजोत सिंह सिद्धू के समर्थक सुखजिंदर सिंह रंधावा को सीएम बनाए जाने का विरोध कर रहे थे, जिसके कारण चन्नी के नाम पर मुहर लगी। बता दें सुखजिंदर सिंह रंधावा माझा इलाके के बड़े नेता हैं। वे डेरा बाबा नानक सीट से मौजूदा विधायक हैं और कैप्टन की कैबिनेट में मंत्री थे। वे तीन बार के विधायक हैं, उन्होंने 2002, 2007 और 2017 में चुनाव जीता था।

चरणजीत सिंह चन्नी चमकौर साहिब से लगातार 3 बार विधायक बने। 2007 में वो आजाद जीते थे। इसके बाद 2 बार कांग्रेस की टिकट पर MLA बने। 2015-2016 तक पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे। चन्नी रामदासिया सिख कम्युनिटी से हैं। 2017 में जब कैप्टन अमरिंदर सिंह की अगुआई में कांग्रेस सरकार बनी तो उन्हें टेक्निकल एजुकेशन और इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग मंत्री बनाया गया। अमरिंदर सिंह के खिलाफ अगस्त में हुई बगावत की अगुआई करने वालों में चन्नी प्रमुख थे। उन्होंने कहा था कि पंजाब के मुद्दों को हल करने के लिए हमें अमरिंदर पर भरोसा नहीं रहा।