ड्रोन कैसे उड़ता है! सरल भाषा में समझिए ड्रोन टेक्नोलॉजी के बारे में...

सबके पहले हम आपको बताते है कि आखिर ड्रोन होता क्या है, ड्रोन कंप्यूटर तकनीक द्वारा नियंत्रित एक विमान है। इसे उड़ान भरने के लिए किसी पायलट की जरूरत नहीं होती। इसे UAV (Unmanned Aerial Vehicle ) यानी मानव रहित विमान भी कहा जाता है। इसे अपनेआप चलने के लिए पहले से प्रोग्राम किया जा सकता है या किसी पायलट द्वारा दूर से नियंत्रित किया जा सकता है। Drone के कई अलग-अलग अर्थ हैं। यह अंग्रेजी शब्द ड्रान से लिया गया है, जिसका अर्थ है ‘नर मधुमक्खी’होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि उड़ते वक्त छोटा ड्रोन कमोबेश इसी तरह दिखता है। इसके लिए एक अन्य शब्द UAV भी प्रयोग किया जाता है. पहला सशस्त्र ड्रोन अमेरिका द्वारा ओसामा बिन लादेन को तलाश करने और खत्म करने के लिए बनाया गया था, जिसके बाद लगातार कई युद्धों में सशस्त्र ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। जब ड्रोन कैमरा नही हुआ करते थे तब फोटोग्राफर्स ऊपर से तस्वीरें खीचने के लिए पतंग का उपयोग करते थे।

जैसा कि हम सबको पता है कि ड्रोन में सामान्यत: 4 रोटर यानी कि पंखे लगे होते हैं। हालांकि कई ड्रोन ऐसे भी हैं जिनमें कई पंखे लगे होते हैं और कई ऐसे भी हैं जिनमें एक ही रोटर लगता है वहीं फिक्स्ड विंग ड्रोन में एक भी रोटर नहीं लगा होता है। लेकिन 4 रोटर वाला ड्रोन सबसे ज्यादा चलन में है इसलिए हम इसके उड़ने के प्रोसेस के बारे में जानेंगे।

ड्रोन 4 रोटर के सहारे ही उड़ता है। रोटर में लगी पत्तियां हवा को नीचे ढकेलती हैं जिसकी वजह से ड्रोन ऊपर उठ जाता है और उड़ने लगता है। रोटर लगी चार पत्तियों में से 2 क्लॉकवाइज़ घूमती हैं और दो एंटी-क्लॉकवाइज़ जिससे हवा के दबाव को नियंत्रित किया जा सके।

ड्रोन को एक जगह स्टेबल रखने के लिए चारों रोटर समान पावर के साथ घूमते हैं। वहीं अगर ड्रोन को आगे की तरफ उड़ाना है तो उसके आगे के दोनों रोटर कम तेजी से घूमते हैं लेकिन पीछे के दोनों रोटर पूरी तेजी के साथ घूमते हैं और ड्रोन को एक तरह से आगे की ओर धक्का देते हैं। ठीक इसी तरह अगर ड्रोन को मुड़ना हो तो आमने सामने के क्लॉकवाइज़ या दोनों एंटी-क्लॉकवाइज़ रोटर की रफ्तार धीमी कर देते हैं और ड्रोन मुड़ जाता है। इसे दूसरे शब्दों में समझें तो ड्रोन की उड़ान पूरी तरह से रोटर की रफ्तार पर निर्भर होती है। पावर शिफ्ट होता रहता है और ड्रोन उड़ता रहता है।

DARPA ने हमिंगबर्ड नामक एक ऐसा ड्रोन निर्माण किया है, जो की मक्खियों के समान दिखाई देता है और कैमरे से लैस होकर केवल AA बैटरी में भी काम कर सकता है। सबसे महंगी मिलिट्री ड्रोन अमेरिका द्वारा निर्मित MQ 9 Reaper है, जिसका खर्च 14 मिलियन अमरीकी डालर है।