पश्चिम बंगाल इकाई के बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष अपने एक वीडियो को लेकर विरोधियों के निशाने पर आ गए हैं। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में आप देख सकते है कि दिलीप घोष नदिया जिले में ममता सरकार के खिलाफ एक रैली को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने एक एंबुलेंस को रास्ता देने से मना कर दिया। जिसके बाद एंबुलेंस को उल्टे रास्ते से गुजरना पड़ा। हालांकि न्यूज़ एजेंसी ANI ने इस वीडियो को बुधवार को ट्वीट किया और यह घटना सोमवार की बताई जा रही है।
वीडियो में घोष कथित रूप से यह कहते हुए सुने जा रहे हैं कि यहां हजारों लोग बैठे हुए हैं, एंबुलेंस किसी दूसरे रास्ते से ले जाओ। वे (टीएमसी) जानबूझकर ऐसा कर रहे हैं। इस रैली को बाधित करने के लिए यह उनकी रणनीति है। इस वीडियो को लेकर भारी आलोचना का शिकार होने के बावजूद दिलीप घोष ने माफी नहीं मांगी। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि वे आगे भी ऐसा ही करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी सरकार ने उनकी जनसभा को बाधित करने के मकसद से ही एंबुलेंस भेजा था। उनका दावा था कि एंबुलेंस खाली थी।
दिलीप घोष ने ये भी आरोप लगाया कि बंगाल में एंबुलेंस के जरिये नशीली दवाओं और सोने की तस्करी की जाती है। इसके जरिए बमों और अपराधियों को एक से दूसरे स्थान पर भेजा जाता है।
आपको बता दें कि 2021 में पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने हैं। इससे पहले सत्तारूढ़ टीएमसी और बीजेपी में जुबानी जंग तेज हो गई है।