महाराष्ट्र-गुजरात तट से आज 120 किमी/घंटे की रफ्तार से टकराएगा चक्रवाती तूफान 'निसर्ग'; एनडीआरएफ की 36 टीमें तैनात

मुंबई के लिए आज का दिन बेहद भारी है।अरब सागर से उठा डीप डिप्रेशन मंगलवार को चक्रवाती तूफान में बदल गया। इस तूफान का नाम 'निसर्ग' है। अनुमान है कि यह दोपहर 1 बजे से शाम 5 बजे के बीच 120 किमी/घंटे की स्पीड से महाराष्ट्र में रायगढ़ के हरिहरेश्वर और दमण के बीच से टकराएगा। लेकिन इस तूफान के आने से पहले लगातार बारिश हो रही है। समंदर में तूफान के समय 6 फीट ऊंची लहरें उठ सकती हैं। हालांकि मुंबई निसर्ग की मुसीबत से निपटने के लिए तैयार है। 80 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। चक्रवात निसर्ग की वजह से मुंबई से आने जाने वाले 19 उड़ानें रद्द की गई है। इनमें से 11 मुंबई से जाने वाली और 8 आने वाली हैं। उधर, मध्य रेलवे ने मुंबई जाने वाली 8 स्पेशल ट्रेनों के समय में बदलाव किया है।

दो हफ्ते में दूसरा समुद्री तूफान

देश को दो हफ्ते में दूसरे समुद्री तूफान का सामना करना पड़ रहा है। पहले 'अम्फान' ने पश्चिम बंगाल और ओडिशा में तबाही मचाई थी। इसके बाद निसर्ग। निसर्ग के दोपहर तक अलीबाग में तट से टकराने की उम्मीद है। तूफान 100 से 120 किमी/घंटे की तूफानी हवाएं और समंदर में उठने वाली 6 फीट ऊंची लहरें मुंबई को फिर से पानी-पानी कर सकती हैं। अलीबाग में चक्रवात 'निसर्ग' के पहुंचने की आशंका से पहले ही मुंबई और इसके आसपास के क्षेत्रों में मंगलवार शाम से ही बारिश शुरू हो गई जोकि रात होने तक और तेज हो गई। मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि अगले 24 घंटे में महानगर के अधिकतर हिस्सों में मध्यम बारिश जबकि सुदूरवर्ती क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है।

महाराष्ट्र एनडीआरएफ की 20 टीमें तैनात

महाराष्ट्र में एनडीआरएफ की 20 टीमें। इनमें से मुंबई में 8, रायगढ़ में 5, पालघर में 2, ठाणे में 2, रत्नागिरी में 2 और सिंधुदुर्ग में 1 टीम राहत और बचाव का काम करेगी। नौसेना ने मुंबई में 5 फ्लड रेस्क्यू टीम और 3 गोताखोर टीम तैनात की हैं। पालघर जिला पूरी तरह बंद कर दिया गया है। मौसम विभाग के मुताबिक दमन, दीव और दादरा नगर हवेली में तूफान का असर सबसे ज्यादा रहेगा। मुंबई समेत उत्तरी महाराष्ट्र के कई इलाकों और कोंकण में भारी बारिश का अलर्ट है। साथ ही दक्षिणी गुजरात के कई इलाकों में भी तूफान का असर ज्यादा होने की आशंका है। मुंबई में तूफान से निपटने और जान माल के नुकसान को रोकने के लिए पक्के इंतजाम किए गए हैं। मुंबई में धारा 144 लगाई गई है। लोगों से सैर-सपाटे के लिए समुद्री तटों पर नहीं जाने को कहा गया है। पार्कों में जाने पर रोक है। लोगों से घरों में रहने की अपील की गई है।

गुजरात में एनडीआरएफ की 16 टीमें तैनात

मुंबई के अलावा तूफान का कहर गुजरात तक हो सकता है।अहमदाहाद में जमकर बारिश हो रही है। गुजरात के नवसारी के आसपास के समंदर में तो ऊंची ऊंची लहरें भी उठनी शुरू हो गई हैं। गुजरात में एनडीआरएफ की 16 टीमों को भेजा गया है। यहां के तटीय जिलाें में 80 हजार लोगों को सुरक्षित जगह पहुंचाया जा चुका है। दोनों राज्यों के 11 जिलों में अलर्ट है। गुजरात में चक्रवाती तूफान निसर्ग से निपटने की तैयारियों के बीच, वलसाड और नवसारी जिला प्रशासनों ने राज्य के तटीय क्षेत्रों में स्थित 47 गांवों से करीब 20000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना शुरू कर दिया है। मौसम विभाग ने मंगलवार को संकेत दिया कि हो सकता है कि चक्रवाती तूफान गुजरात तट पर न पहुंचे। हालांकि इसका प्रभाव तटीय क्षेत्रों में तेज हवाओं और भारी बारिश के रूप में सामने आ सकता है।

1891 के बाद महाराष्ट्र में तूफान का खतरा

मुंबई में 1891 के बाद कोई बड़ा चक्रवाती तूफान नहीं आया है। मुंबई में 2005 में भयंकर बाढ़ आई थी और उसके बाद 2017 और 2019 में भी शहर जलमग्न हो गया था लेकिन इसका कारण चक्रवात नहीं था।