प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को प्लास्टिक के प्रतिकूल प्रभावों की बात की और लोगों से प्लास्टिक और निम्न श्रेणी की सामग्री से बनी वस्तुओं का उपयोग न करने की अपील की। प्रधानमंत्री ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के 44वें संस्करण में कहा, "मैं हर किसी से इस विषय के महत्व को समझने की अपील करता हूं। आईए हम सुनिश्चित करें कि हम पॉलिथिन और निम्न श्रेणी की प्लास्टिक का प्रयोग नहीं करेंगे क्योंकि प्लास्टिक प्रदूषण से प्रकृति, वन्यजीव और यहां तक कि हमारे स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।"
भारत पांच जून को वैश्विक विश्व पर्यावरण दिवस समारोह आयोजित करेगा। मोदी ने इस बारे में कहा कि यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है क्योंकि जलवायु परिवर्तन को कम करने की दिशा में देश की भूमिका बढ़ रही है।
इस साल के पर्यावरण दिवस का विषय 'बीट प्लास्टिक पॉल्यूशन' है।
मोदी ने आगे कहा कि पिछले कुछ सप्ताहों में देश के कुछ हिस्सों में धूल भरी आंधी, तेज हवाएं और बेमौसम भारी बारिश हुई, जिससे जिंदगियों और सामान का नुकसान हुआ। उन्होंने कहा, "मौसम में अचानक होने वाले ये बदलाव हमारी जीवन शैली में बदलाव का परिणाम हैं।" उन्होंने कहा, "हमें प्रकृति के साथ सद्भावना के साथ रहना होगा।"