विशाखापट्टनम गैस लीक / एक्शन में सरकार, PM मोदी ने बुलाई NDMA की बैठक, राहुल गांधी बोले- मदद के लिए आगे आएं कांग्रेसी

आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में गैस लीक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गृह मंत्रालय और एनडीएमए के अधिकारियों से बात की है। वहीं, राज्य के मुख्यमंत्री वाईएस जगन रेड्डी एक्शन में आ गए हैं और ताजा हालात के बारे में जानकारी ली। बताया जा रहा है कि सीएम जगन खुद विशाखापट्टनम जा रहे हैं। इसके साथ ही अधिकारियों को स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए हर संभव कदम उठाने का निर्देश दिया गया है। मुख्यमंत्री स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं और जिला मशीनरी को तत्काल कदम उठाने और सभी सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए गए हैं।

PM मोदी ने बुलाई एनडीएमए की बैठक

प्रधानमंत्री कार्यालय पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए है और हर संभव मदद की कोशिसश की जा रही है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने सबकी सुरक्षा और अच्छे सेहत की कामना की है। पीएम नरेंद्र मोदी ने एनडीएमए के अधिकारियों की एक बैठक बुलाई है। यह बैठक 11 बजे होगी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि विशाखापट्टनम की घटना परेशान करने वाली है। एनडीएमए के अधिकारियों और संबंधित अधिकारियों से बात की है। हम स्थिति पर लगातार और बारीकी से नजर रख रहे हैं।

राहुल ने की मदद की अपील

वहीं, राहुल गांधी ने घटना पर अफसोस जाहिर करते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मदद की अपील की है। राहुल ने कहा, 'मैं कांग्रेस कार्यकर्ताओं-नेताओं से अपील करता हूं कि वे प्रभावित लोगों को सभी जरूरी मदद करें। उन लोगों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं, जो किसी अपने को खो चुके हैं। मैं प्रार्थना करता हूं कि अस्पताल में भर्ती शीघ्र स्वस्थ हों।'

वहीं, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि आज तड़के विशाखापत्तनम में एक निजी फर्म में गैस रिसाव के कारण मृतकों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदना है। मैंने स्थिति का जायजा लेने के लिए आंध्र प्रदेश के मुख्य सचिव और डीजीपी से बात की है। साथ ही एनडीआरएफ की टीमों को आवश्यक राहत उपाय प्रदान करने का निर्देश दिया।

बीजेपी ने घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार को आपातकालीन चिकित्सा राहत प्रदान करने और बाकी गांवों में शेष लोगों के बचाव का कार्य करने के लिए तत्काल कदम उठाने चाहिए। सभी संसाधनों को बचाव और राहत में लगाना चाहिए। जहरीली गैस के रिसाव के कारण कई गांव के लोग गंभीर खतरे का सामना कर रहे हैं।

खबरों के मुताबिक, 2000 मीट्रिक टन रासायनिक क्षमता वाले टैंक से रिसाव हुआ था। इससे 3 हजार मीट्रिक टन की क्षमता वाला एक और टैंक जुड़ा हुआ था। रिसाव के समय करीब 2000 लोग संयंत्र के अंदर थे और करीब 2000 लोग संयंत्र के बाहर थे। मौके पर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही हैं। शुरुआती रिपोर्ट के अनुसार, पीवीसी गैस (या स्टाइरीन) एलजी पॉलिमर से गुरुवार सुबह करीब 2:30 बजे लीक हुई है।