एक गांव जहां ग्रामीणों ने अपनी सूझबूझ से कोरोना पर पाया काबू, हर दिन 12 संक्रमित मिलने की जगह अब आ रहे 2 केस

कोरोना का कहर जारी हैं जो अब कम होता दिखाई दे रहा हैं। इसके लिए राजस्थान सरकार की तरफ से जरूर सख्त लॉकडाउन लगाया गया हो लेकिन जब तक लोग खुद जागरूक नहीं होंगे संक्रमण पर लगाम लगाना बहुत मुश्किल हैं। इसका उदाहरण बना झुंझनु का परसरामपुरा गईं जहां ग्रामीणों ने अपनी सूझबूझ से कोरोना पर काबू पाया हैं। यहाँ लोगों ने अपन तरफ से जनता कर्फ्यू लगाया और कोरोना की चेन को तोड़ने का काम किया। जहां पहले एक दिन में एक दर्जन से अधिक कोरोना संक्रमण के केस आ रहे थे। अब एक दो केस ही संक्रमण के सामने आ रहे हैं।

गांव के लोगों की इस मुहिम की हर कोई सराहना कर रहा है। सरपंच करणीराम ने बताया कि गांव में कोरोना संक्रमण बढ़ रहा था। इस पर व्यापार मंडल ने ग्रामीणों से कोरोना की चैन तोड़ने को लेकर चर्चा की गई। सभी ने गांव में सात दिन का जनता कर्फ्यू लगाने की सहमति प्रदान की। इसको को लेकर गांव में अनाउसमेंन्ट करवाया गया। जनता कर्फ्यू के दौरान जरूरी किराणा से लेकर अन्य जरूरी सामान की दुकानें भी बंद रही। आवागमन भी पूर्णतया प्रतिबंध रहा। इसका असर ये हुआ कि जनता कर्फ्यू के दौरान कोरोना की चैन टूटी और सिर्फ दो ही केस कोरोना पॉजिटिव आए।

जनता कर्फ्यू की कड़ाई से पालना करवाने के लिए एक कमेटी का गठन किया गया। कमेटी के सदस्य गांव में दिनभर विभिन्न पॉइंट पर तैनात रहते हैं। ताकि बिना काम बाहर घूमने वालो पर नजर रखी जा सके। यदि कोई बाहर घूमता हुआ मिल जाता तो उसे समझा कर वापिस घर भेज दिया जाता। गांव में जनता कर्फ्यू से आवागमन पूर्णतया प्रतिबंध था। ऐसे में कोरोना पॉजिटिव रोगियों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो इसके लिए चिकित्सकों की टीम ने उनको दवा घर पर ही उपलब्ध करवाई। इसके अलावा सर्वे का कार्य तेजी से किया गया।