राजस्थान : कोरोना वैक्सीनेशन की ये सुस्ती ना पड़ जाए जान पर भारी, 150 दिन में 21% आबादी को ही लगी पहली डोज

कोरोना की तीसरी लहर को रोकने और हर्ड इम्युनिटी को हासिल करने के लिए 70% आबादी काे टीका लगना बहुत जरूरी हैं। राजस्थान में वैक्सीनेशन की शुरुआत 16 जनवरी को हुई थी, उस हिसाब से देखें तो 150 दिन के अंदर हमारी 21% आबादी को कम से कम एक डोज लग चुकी है। यह आंकड़ा अभी भी हर्ड इम्युनिटी के लिए बहुत दूर हैं। राजस्थान को इस लक्ष्य तक पहुंचने के लिए 49% आबादी को और टीका लगाना है। टीकाकरण की अब तक जो रफ्तार रही है, उस हिसाब से देखें तो 70% तक पहुंचने में अभी 375 दिन यानी 1 साल 10 दिन लगेंगे। प्रदेश में कुल 19705461 डोज लगीं जिसमें 16218334 को पहली डोज लग चुकी जबकि 3487127 को दूसरी डोज लग चुकी है। इस तरह कुल आबादी का 20.99% वैक्सीनेशन हुआ हैं।

सबसे राहत की बात यह है कि 14 जून तक प्रदेश में 60 वर्ष से अधिक आयु के 65.42% बुजुर्गाें को वैक्सीन लग चुकी है। वहीं, चिंता की बात यह है कि केंद्र द्वारा समय पर आपूर्ति नहीं किए जाने और कोरोना वैक्सीनेशन की रफ्तार मंद पड़ जाने से 18 से 44 आयु वर्ग के मात्र 11% को ही टीका लग पाया है। जबकि 45 से 59 आयु वर्ग के 28.99% लोगों को टीके लगे हैं। राज्य के 33 जिलों में से बूंदी 31.62% आबादी को टीका लगाने के साथ अव्वल है। जयपुर ने सर्वाधिक 2224805 डोज लगाई हैं और 29.90% आबादी कवर की है। आबादी के लिहाज से वैक्सीनेशन में यह प्रदेश में दूसरे नंबर पर है।