ट्रक ड्राइवर ने बताया - कैसे हुआ था उन्नाव रेप पीड़िता की कार के साथ एक्सिडेंट

उन्‍नाव रेप पीड़ि‍ता के साथ रायबरेली में हुए सड़क हादसे मामले में सीबीआई ने जांच तेज कर दी है और इसके साथ ही अब नए-नए खुलासे भी सामने आ रहे हैं। सीबीआई के अधिकारियों ने ट्रक के ड्राइवर से पूछताछ की है। News18Hindi की खबर के अनुसार पूछताछ के दौरान ट्रक के ड्राइवर आशीष पाल ने बताया वह बांदा से 27 जुलाई को तकरीबन 12 बजे चला था। ट्रक बांदा से फतेहपुर, लालगंज होते हुए रायबरेली जा रहा था। वही हादसे के वक्त ट्रक की रफ्तार काफी तेज थी। ट्रक के ड्राइवर ने दुर्घटना के वक्‍त वाहन की रफ्तार 50 से 55 किलोमीटर प्रति घंटे होने की बात कबूल की है। उसने बताया कि बारिश बहुत तेज हो रही थी। ऐसे में अचानक सामने चार पहिया गाड़ी नजर आई। बकौल आशीष, उसने ब्रेक लगाया तो ट्रक के आगे का हिस्‍सा बाईं ओर और पीछे का हिस्‍सा दाहिने ओर चला गया था। इस दौरान सामने से आ रही कार ने ट्रक में टक्‍कर मार दी और ट्रक घूम गया।

आशीष ने बताया कि उसने बांदा के लांबा गांव से ट्रक में मौरंग लोड किया था। आशीष ने बताया कि वह लालगंज में मौरंग गिराने वाला था। हालांकि, उसने बताया कि उसे संबंधित व्‍यक्ति का नाम नहीं पता, जिसके यहां मौरंग गिराना था। उसे दलाल के जरिये यह ऑर्डर मिला था। पुलिस ने जब उससे पूछा कि उन्‍नाव में उसका कोई रिश्‍तेदार भी है, तो उसने इससे इनकार किया। आशीष पिछले चार महीने से दुर्घटनाग्रस्‍त ट्रक को चला रहा था। पुलिस पूछताछ में इसकी पुष्टि भी की है।

हादसे के दौरान ट्रक की नंबर प्लेट पर कालिख लगी हुई थी। जिसपर ड्राइवर का कहना है कि वाहन को फाइनैंसर जबरदस्ती जब्त न कर ले। पुलिस की पूछताछ में ट्रक मालिक पाल ने कहा था कि वह कर्ज की कुछ किश्तों का भुगतान नहीं कर पाया था। ट्रक के जब्त होने के डर से उसने नंबर प्लेट काली कर दी थी। उसने कहा था कि नंबर प्लेट को काला करना पीड़िता की पूर्वनियोजित हत्या की योजना का हिस्सा नहीं था। लेकिन इस पूरे मामले में ट्रक के फाइनैंसर कहना है कि उसने कभी भी ट्रक के मालिक देवेंद्र किशोर पाल को वाहन जब्त करने की धमकी नहीं दी थी।

ओरिक्स फाइनैंस कंपनी के मैनेजर शशि कुमार ने बताया कि उसने कभी भी वाहन मालिक देवेंद्र पाल सिंह को किश्तों के भुगतान न करने की वजह से डराया-धमकाया नहीं था। मैनेजर ने आगे कहा, 'यहां तक कि 25-26 जुलाई के आसपास मैं देवेंद्र से फतेहपुर के पास एक ढाबा पर मिला भी था। उससे आग्रह किया था कि वह जल्द से जल्द किश्तों का भुगतान कर दें। हमारी मुलाकात दोस्ताना थी। हमारी कंपनी ओरिक्स सबसे बड़ी फाइनैंस कंपनियों में से एक है और इसका क्षेत्रीय कार्यालय कानपुर में है। हमारे पास ग्राहकों के हस्ताक्षरित कानूनी कागजात भी हैं और हम कभी भी किसी वाहन को जबरदस्ती जब्त नहीं करते हैं।'

आपको बता दें कि उन्नाव रेप पीड़िता के साथ रायबरेली में हुए सड़क हादसे के आरोपी ट्रक ड्राइवर आशीष कुमार पाल और क्लीनर मोहन 3 दिन की रिमांड पर सीबीआई की कस्टडी में है।

यह है पूरा मामला

उन्नाव के विधायक कुलदीप सेंगर पर रेप का आरोप लगाने वाली पीड़िता अपने परिजनों समेत रायबरेली से उन्नाव लौटते समय रास्ते में सड़क हादसे का शिकार हो गई थी। उसकी कार और ट्रक के बीच हुई टक्कर में पीड़िता की चाची और मौसी की मौके पर मौत हो गई थी, जबकि वो खुद और उसके वकील महेंद्र सिंह चौहान गंभीर रूप से घायल हैं। दोनों घायलों का लखनऊ के केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर में इलाज चल रहा है। प्रशासन ने ऐलान किया है कि दुर्घटना में घायल दोनों लोगों (रेप पीड़िता और उसके वकील) के इलाज का सारा खर्च राज्य सरकार उठाएगी।