UP में महंगी होगी बिजली, 18 से 23% तक की बढ़ोतरी का प्रस्ताव

उत्तर प्रदेश में घरेलू बिजली की कीमतों में इजाफा हो सकता है। बिजली कंपनियों ने 2023-24 वर्ष के लिए दरों में 18 से 23 फीसदी तक इजाफा करने का प्रस्ताव रखा है। जिससे सबसे ज्यादा बोझ घरेलू बिजली उपभोक्ताओं पर पड़ेगा। जिसमें यूनिट के साथ फिक्स चार्ज भी बढ़ेगा। वहीं एक किलोवॉट से कम लोड वाले उपभोक्ताओं की दरों में 17% तक की बढ़ोती का प्रस्ताव है। प्रस्तावित नई दरें लागू होने के बाद घरेलू ग्रामीण उपभोक्ताओं के लिए प्रति यूनिट बिजली की कीमत 3।50 से बढ़कर ₹4.35-(पहली 100 यूनिट) हो जाएगी। जबकि 300 यूनिट से अधिक खपत होने पर ₹5.50 पैसे प्रति यूनिट की जगह ₹7 प्रति यूनिट के हिसाब से भुगतान करना होगा। इसके अलावा, शहरी घरेलू उपभोक्ताओं के लिए बिजली कंपनियों ने 300 से ज्यादा यूनिट बिजली जलाने पर कीमत ₹6.50 पैसे प्रति यूनिट से बढ़ाकर ₹8 प्रति यूनिट करने का प्रस्ताव है। यह प्रस्ताव कंपनियों ने विद्युत नियामक बोर्ड को दिया है। अब इस पर प्रदेश की योगी सरकारको फैसला करना है।

राज्य विद्युत नियामक के पास भेजे गए प्रस्ताव में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी घरेलू बिजली की दरों में की गई है। इसमें 18% से 23% की बढ़ोतरी के साथ फिक्स्ड चार्ज 110 रुपये से बढ़ाकर 120 रुपये करने का प्रस्ताव दिया गया है। उद्योगों की दरों में 16%, कृषि की दरों 10% से 12% और कॉमर्शियल दरों में 12% तक की बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया गया है।

विभागीय सूत्रों के मुताबिक पावर कॉरपोरेशन की मुहर लगते ही प्रस्तावित दरे लागू कर दी जाएगी। जिसके चलते बिजली कंपनियों को करीब 9,140 करोड़ रुपये का अधिक राजस्व मिलेगा। इस वित्त वर्ष में बिजली कंपनियों को बिल के जरिए करीब 65,000 करोड़ रुपये के राजस्व की मंजूरी दी गई है। पावर कॉरपोरेशन का अनुमान है कि इस साल उसे करीब 1 लाख 34 हजार 751 मिलियन यूनिट बिजली की जरूरत पड़ेगी। 2022-23 में यह आंकड़ा 1 लाख 16 हजार 69 मिलियन यूनिट था।