कानपुर शूटआउट / गैंगस्टर विकास दुबे के राइट हैंड अमर दुबे का पुलिस ने किया एनकाउंटर, साला ज्ञानेंद्र गिरफ्तार

कानपुर शूटआउट के छठे दिन बुधवार सुबह पुलिस ने गैंगस्टर विकास दुबे के करीबी और दाहिना हाथ माने जाने वाले अमर दुबे का एनकाउंटर कर दिया है। उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने हमीरपुर में अमर को मार गिराया। कानपुर में पुलिसवालों की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी विकास दुबे के गुर्गों में अमर दुबे सबसे करीबी था। इस हत्याकांड के वांछित अभियुक्तों के वायरल पोस्टर में अमर दुबे का नाम पहले नंबर पर था। एसटीएफ और हमीरपुर पुलिस ने बुधवार सुबह उसका एनकाउंटर कर दिया। पुलिस ने अमर पर 25 हजार का इनाम घोषित किया था। दूसरी ओर विकास के साले ज्ञानेंद्र प्रकाश को मध्यप्रदेश के शहडोल से हिरासत में लिया गया है।

एडीजी एलओ प्रशांत कुमार ने बताया कि एनकाउंटर आज तड़के हुआ। अमर के हमीरपुर में होने की सूचना पर एसटीएफ की टीम मौके पर पहुंची। अमर को सरेंडर करने के लिए कहा, लेकिन उसने फायरिंग कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में अमर मारा गया।

उधर, विकास दुबे की तलाश तेज हो गई है। विकास दुबे के फरीदाबाद के एक गेस्ट हाउस में होने की खबर आई, लेकिन पुलिस को वहां भी निराशा हाथ लगी। सूत्र बताते हैं कि यूपी पुलिस की नाकामी से सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ बेहद नाराज हैं। इसी बीच कानपुर के चौबेपुर थाने के सभी 68 पुलिसवालों को लाइनहाजिर किया गया है।

अमर ने सीओ की हत्या की थी

कानपुर शूटआउट की एफआईआर में अमर दुबे का नाम 14वें नंबर पर और वॉन्टेड अपराधियों की लिस्ट में पहले नंबर पर था। अमर ने 10 बदमाशों के साथ बिल्हौर के सीओ देवेंद्र मिश्र की हत्या की थी। अमर और उसके साथी मिश्र को घसीटकर विकास दुबे के मामा प्रेम कुमार पांडे के घर में ले गए और गोलियों से भून दिया। धारदार हथियार से भी वार किए थे। प्रेम कुमार पांडे पहले ही एनकाउंटर में मारा जा चुका है।

विकास की तलाश में दबिश जारी, फरीदाबाद में देखा गया

कानपुर के विकरू गांव में 2 जुलाई को विकास दुबे गैंग ने पुलिस की टीम पर फायरिंग कर दी थी। हमले में 8 पुलिसकर्मियों की जान चली गई। एसटीएफ और उत्तर प्रदेश पुलिस की टीमें विकास और उसके साथियों की तलाश में लगातार दबिश दे रही हैं। विकास अपने गुर्गों के साथ मंगलवार को फरीदाबाद के एक होटल में पहुंचा था। वह किसी और के जरिए पेमेंट करवाना चाहता था, लेकिन होटल के स्टाफ ने कहा कि पेमेंट करने वाले की आईडी देनी पड़ेगी।

विकास लंगड़ा कर चल रहा था, इसलिए आस-पास के लोगों को शक हुआ तो उन्होंने पुलिस को सूचना दे दी। चश्मदीदों के मुताबिक करीब 30 से 35 की तादाद में पुलिसकर्मियों ने अचानक इस गेस्ट हाउस में धावा बोला। वो सब के सब सादी वर्दी में थे। कुछ देर गेस्टहाउस में तलाशी के बाद पुलिसवाले निकल गए, लेकिन चश्मदीदों की मानें तो गेस्टहाउस से फायरिंग की आवाजें भी सुनाई दी। खबर है कि पुलिस ने यहां विकास दुबे के एक साथी को हथियारों के साथ पकड़ा है। इसके साथ ही पुलिस को सीसीटीवी फुटेज मिला है, जिसमें दिख रहे शख्स के विकास दुबे होने का दावा किया जा रहा है। इसके बाद आस-पास के इलाकों की पुलिस को भी अलर्ट कर दिया गया। ऐसा शक है कि विकास के पास पर्सनल गाड़ी नहीं है, वह टैक्सी या ऑटो में मूवमेंट कर रहा है।

सीएम योगी नाराज

गैंगस्टर विकास दुबे को पकड़ने के लिए यूपी पुलिस ने 50 से ज्यादा टीमें लगा रखी हैं, लेकिन अभी तक नतीजा शून्य है। सूत्र बताते हैं कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अबतक विकास दुबे की गिरफ्तारी ना होने की वजह से नाराज हैं। सीएम की नाराजगी डीजीपी, पुलिस के आला अधिकारियों और गृह विभाग के अधिकारियों पर है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विकास दुबे की गिरफ्तारी को लेकर चल रही छापामारी पर एक-एक अपडेट खुद ले रहे हैं। उत्तर प्रदेश की पुलिस वो हर कोना तलाश रही है, जहां विकास दुबे के सुराग मिल सकते हैं। एसटीएफ ने लखनऊ स्थित विकास दुबे के घर पर भी छापा मारा और घर के भीतर रखे दस्तावेजों को खंगाला।