'मॉब लिंचिंग' कैसे रुके, सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने दिया यह सुझाव

'मॉब लिंचिंग (Mob Lynching)' की बढ़ती घटनाओं के बीच यूपी के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने इससे निपटने के लिए सुझाव दिया है। योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि राज्य में मॉब लिंचिंग की घटनाओं को रोकने के लिए हम गौ सेवा आयोग के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ति एक स्थान से दूसरे स्थान पर गोवंश को ले जाता है तो गौ सेवा आयोग को उसे प्रमाणपत्र प्रदान करना चाहिए और और उसकी सुरक्षा की जिम्‍मेदारी भी लेनी चाहिए, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि 'मॉब लिंचिंग' की घटनाएं न हों। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने गौ सेवा आयोग को यह भी सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि चोरी-छिपे चल रही गौ-तस्करी की घटनाओं को रोका जाए। पहले से चल रही गोशालाओं के निरीक्षण का भी मुख्यमंत्री ने आदेश दिया है।

उनकी यह टिप्‍पणी मध्‍य प्रदेश के खंडवा जिले में दो दिन पहले 20 से अधिक लोगों को कथित तौर पर गौ-तस्‍करी के आरोप में पकड़े जाने और उन्‍हें रस्‍सी से बांधकर उनसे जबरन 'गौ माता की जय' के नारे लगवाने की घटना के बाद आई है।

सीएम योगी ने एक बैठक के दौरान यह सुझाव दिया और इसमें उन्‍होंने गौ सेवा आयोग तथा पशुपालन विभाग के पास कम सुविधाओं को लेकर भी नाखुशी जताई। इस बैठक में उन्‍होंने अधिकारियों को जल्‍द से जल्‍द आवश्‍यक सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। गायों को ले जाने के लिए सुरक्षा इंतजाम करने के अलावा सीएम योगी ने गौ तस्‍करी रोकने के लिए अधिकारियों को गौशालाओं के निरीक्षण के निर्देश भी दिए। सीएम योगी ने गौ सेवा आयोग के अधिकायरियों को निर्देश दिया है कि गोशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने पर काम करें। इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों से कहा कि दो गाय रखने वाले किसानों को चारा के लिए 30 रुपए रोज के हिसाब से पैसे मुहैया कराएं।

योगी आदित्यनाथ ने गायों व गोपालकों की सुरक्षा और गोशालाओं को बेहतर बनाने के लिए कई सुझाव भी पेश किए। गायों को ले जाने के लिए सुरक्षा इंतजाम करने के अलावा सीएम योगी ने गौ तस्‍करी रोकने के लिए अधिकारियों को गौशालाओं के निरीक्षण के निर्देश भी दिए।