ओम प्रकाश राजभर का अजीबोगरीब दावा- 'हनुमान जी राजभर जाति में पैदा हुए थे'

देश की राजनीति में अक्सर नेताओं के बयान विवादों का कारण बनते हैं और फिर उन्हें सफाई देनी पड़ती है। ऐसा ही एक बयान उत्तर प्रदेश के पंचायती राज मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने दिया है। उन्होंने बलिया में एक जनसभा को संबोधित करते हुए दावा किया कि हनुमान जी राजभर जाति में पैदा हुए थे।

राजभर का बयान

बलिया जिले के चितबड़ागांव क्षेत्र में महाराजा सुहेलदेव की प्रतिमा निर्माण के भूमि पूजन के दौरान ओम प्रकाश राजभर ने कहा, 'जब राम और लक्ष्मण जी को अहिरावण पातालपुरी में ले गया था, तब उन्हें वहां से निकालने की किसी में हिम्मत नहीं थी। अगर किसी ने हिम्मत दिखाई, तो वह राजभर जाति में पैदा हुए हनुमान जी थे।' उन्होंने यह भी कहा कि आज भी गांवों में बुजुर्ग छोटे बच्चों के झगड़ों में कहते हैं, भर बानर हैं, हनुमान जी का रहलन बानर।

कांग्रेस और सपा पर निशाना

इतना ही नहीं ओम प्रकाश राजभर ने कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (SP) पर भी तीखा हमला किया। उन्होंने सपा पर आरोप लगाया कि 2012 से पहले वह अंबेडकर पार्क का विरोध करती थी और कहती थी कि सत्ता में आने पर इसे गिराकर शौचालय बना देगी। उन्होंने कहा, सपा और कांग्रेस संविधान की बातें करती हैं, लेकिन कांग्रेस ने आपातकाल के दौरान लाखों नेताओं और पत्रकारों को जेल में डाला था।

हनुमान जी की जाति पर विवाद

यह पहली बार नहीं है जब हनुमान जी की जाति को लेकर विवाद हुआ हो। 2018 में, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हनुमान जी को दलित, वनवासी, गिरवासी और वंचित बताया था। छत्तीसगढ़ के नेता नंद कुमार साय ने उन्हें अनुसूचित जनजाति का बताया था। वहीं, बीजेपी नेता सत्यपाल सिंह ने हनुमान जी को आर्य बताया था।