उत्तर प्रदेश में कोरोना के अब तक कुल 433 मामले सामने आ चुके है। कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा असर गौतमबुद्धनगर, आगरा, लखनऊ और मेरठ में हैं। कोरोना के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए पूरे प्रदेश में 103 हॉट स्पॉट चिन्हित कर उन्हें पूरी तरह सील कर दिया गया है। यूपी सरकार का कहना है कि जो भी मामले सामने आ रहे हैं उसमें करीब 40% तब्लीगी जमात से जुड़े हैं। इस संबंध में गौतमबुद्धनगर जिला प्रशासन ने तब्लीगी जमात में शामिल लोगों को स्क्रीनिंग कराने के लिए 24 घंटे का समय दिया है। गौतमबुद्ध नगर जिले के जिलाधिकारी ने दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल होने वाले या इलाके के लोगों तथा कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के संपर्क में आने वालों से 24 घंटे के अंदर जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी के समक्ष पेश हो कर कोविड-19 के संक्रमण की जांच कराने का संदेश दिया।
जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने यह भी कहा कि अगर कोई शख्स इस आदेश का पालन नहीं करेगा तो उसके खिलाफ महामारी अधिनियम 1857 की सुसंगत धारा एवं उत्तर प्रदेश महामारी कोविड-19 नियमावली 2020 के प्रावधानों के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराया जा रहा है। गौतमबुद्धनगर में 22 जगहों को हॉटस्पॉट घोषित किया गया है। इन इलाको में लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध है।