प्रयागराज। प्रयागराज में राहुल गांधी और अखिलेश यादव को अपने ही समर्थकों के बीच मंच छोड़कर जाना पड़ा। दरअसल दोनों नेताओं के मंच पर पहुंचते ही भीड़ बेकाबू हो गई और सुरक्षा घेरा तोड़कर मंच पर चढ़ गई। पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो लोगों ने उनके साथ भी धक्का-मुक्की की। पुलिस के लाठी चलाने पर अफरा तफरी का माहौल पैदा हो गया। कई समर्थकों के चोटें आई।
मंच पर बैठे अखिलेश ने समर्थकों से शांत रहने की अपील की। लेकिन, समर्थकों ने उनकी एक नहीं सुनी। अखिलेश के साथ राहुल ने भी हाथ उठाकर लोगों से शांत रहने की अपील की। भीड़ इतनी बेकाबू हो गई कि मंच पर पहुंच गई। पुलिस ने बैरिकेडिंग पर रोकने की कोशिश की तो धक्का-मक्की हो गई।
जब दोनों नेताओं की समर्थकों ने नहीं सुनी तो सपा के पूर्व मंत्री श्रीप्रकाश राय ने भीड़ से कहा- हमारे राष्ट्रीय नेता और कांग्रेस के राहुल गांधी मंच पर आ गए हैं। आप लोग संयम बरतिए। मर्यादा रखिए। उन्हें बोलने का मौका दीजिए।
बताया जाता है कि अखिलेश यादव और राहुल गांधी के पहुंचते ही भीड़ ने पहले हेलीपैड के पास लगी बैरिकेडिंग तोड़ दी। इसके बाद जब राहुल-अखिलेश मंच पर पहुंचे तो सबसे पहले डी के ठीक सामने वाली बैरिकेडिंग टूटी औऱ भीड़ अंदर घुस आई। इसी बीच चारों तरफ की बैरिकेडिंग टूटने लगी। पुलिस ने रोकने की कोशिश की लेकिन कोई सफलता नहीं मिल सकी। भीड़ का शिकार सबसे पहले मीडिया वाले हुए। कई मीडिया वाले भीड़ के कारण जमीन पर गिर गए। कुछ लोगों के कैमरे टूट गए। कई मीडिया वालों को चोट लगी है। एक फोटोग्राफर का पैर फ्रैक्चर हो गया है।
लोग एक दूसरे को कुचलकर आगे बढने लगे तो मंच से लोगों से शांत रहने की अपील हुई लेकिन इसका भी कोई फायदा नहीं हुआ। भीड़ को मंच के बिल्कुल करीब देख अखिलेश और राहुल की सुरक्षा में लगे जवानों को हाथ पैर फूलने लगे।
भीड़ के नहीं मानने पर मंच पर मौजूद नेताओं ने अखिलेश को रोकने की कोशिश की। लेकिन नाराज अखिलेश यादव मंच के पीछे बने हेलिपेड की तरफ चल पड़े। राहुल भी मंच से उतर आए। दोनों नेता बिना रैली को संबोधित किए ही मंच छोड़कर हेलिकॉप्टर से रवाना हो गए।
अखिलेश और राहुल प्रयागराज में कांग्रेस प्रत्याशी उज्जवल रमण सिंह के लिए प्रचार करने आए थे। यहां से भाजपा ने केसरीनाथ त्रिपाठी के बेटे नीरज त्रिपाठी को उतारा है। सपा के एमएलसी डॉ. मान सिंह यादव ने कहा- विशाल जनसैलाब को देखकर भाजपा के होश ठिकाने लग गए। इसी साजिश और उनकी मिलीभगत के तहत यहां फोर्स की व्यवस्था नहीं की गई। इस वजह से अव्यवस्था हुई है।