‘मिशन शक्ति’ तभी सफल होगा, जब महिलाएं स्वयं भी जागरूक होंगी: योगी आदित्यनाथ

उत्तर प्रदेश में महिला, बहन व बेटियों के साथ बढ़ते अपराध को लेकर बेहद गंभीर हो चुके मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को बलरामपुर में बड़ी घोषणा की। देवीपाटन मंदिर में मत्था टेकने के बाद बलरामपुर में रिजर्व पुलिस लाइन में सीएम योगी आदित्यनाथ ने मिशन शक्ति का आगाज किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार प्रदेश की हर बेटी-हर महिला का सम्मान और सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ-साथ उनके स्वावलंबन के लिए प्रतिबद्ध है। उत्तर प्रदेश में जो लोग नारी गरिमा और स्वाभिमान को दुष्प्रभावित करने की कोशिश करेंगे, बेटियों पर बुरी नजर डालेंगे, उनके लिए उत्तर प्रदेश की धरती पर कोई जगह नहीं है। यह लोग सभ्य समाज के लिए कलंक हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ऐसे अपराधियों से पूरी कठोरता से निपटेगी, इनकी दुर्गति तय है।

इस अभियान को तीन चरण में 180 दिनों तक चलाया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अभियान के दूसरे दिन कहा कि महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन के लिए सरकारों का प्रयास तभी सफल होगा, जब स्वयं महिलाएं भी जागरूक होंगी। बदलते दौर में एक बार फिर ‘गांव की बेटी, सबकी बेटी’ के भाव को जगाने की जरूरत है। यह हमारी संस्कृति और संस्कार हैं। गांव से लेकर महानगरों तक इसकी गूंज होनी चाहिए।

मुख्यमंत्री ने महिला जनप्रतिनिधियों (प्रधान, बीडीसी सदस्य, ब्लॉक प्रमुख, पार्षद नगरीय निकायों की अध्यक्षों), स्वयं सेवी संगठनों और महिला शिक्षकों से डिजिटल संवाद में यह बात कही।
उन्होंने महिला जनप्रतिनिधियों की प्रगतिशील व सकारात्मक सोच और प्रयासों की तारीफ करते हुए कहा कि उनकी जागरूकता ने कई क्षेत्रों का कायाकल्प किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा, आप जैसी जागरूक महिलाओं के जरिए ही शासन की योजनाएं पात्र व्यक्तियों तक पहुंचती हैं। अगर जनप्रतिनिधि जागरूक न हो तो ये योजनाएं भ्रष्टाचार की भेंट चढ़कर दम तोड़ देती हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि शारदीय से वासंतिक नवरात्रि तक चलने वाले मिशन शक्ति अभियान का असर धरातल पर दिखे, इसके लिए त्रिस्तरीय समीक्षा के निर्देश दिए गए हैं। शासन स्तर पर मुख्य सचिव हर महीने, जिलाधिकारी हर सप्ताह और संबंधित विभाग दैनिक समीक्षा करेंगे। सभी को इसकी रिपोर्ट सीएम कार्यालय को भेजनी होगी।

सीएम ने 1090, 181, 1076 व 112 जैसे जनोपयोगी हेल्पलाइन नंबरों के प्रचार-प्रसार की जरूरत बताई। बलिया के ग्राम रतसार कला गढ़वार की प्रधान स्मृति सिंह की अपील पर उन्होंने कहा कि 1090, 181 व 112 सहित अन्य हेल्पलाइन नंबरों पर भोजपुरी और बुंदेलखंडी में भी बात करने की सुविधा हो। क्षेत्रीय बोली में अपनी बात कह पाने की सुविधा होने पर महिलाओं को सहूलियत होगी।