यूपी: 25 जुलाई से शुरू होगी कांवड़ यात्रा, CM योगी आदित्यनाथ ने दिए अहम निर्देश

25 जुलाई से शिवभक्तों की कांवड़ यात्रा शुरू होने वाली है ऐसे में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अहम निर्देश दिए हैं। सीएम योगी ने कहा है कि पड़ोसी राज्यों से संवाद स्थापित कर कांवड़ यात्रा को पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि कोविड काल को ध्यान में रखते हुए कांवड़ यात्रा को सुचारू रूप से चलाया जाए। बता दे, योगी सरकार हर साल कांवड़ियों के लिए विशेष इंतजाम भी करती रही है। इसके लिए उन्हें जगह-जगह पानी, आराम की सुविधा के साथ ही उनके स्वागत में हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा आदि भी की जाती है।

बता दें कि यह यात्रा ऐसे समय में शुरू हो रही है जब उत्तर प्रदेश में कोरोना पूरी तरह नियंत्रण में आ चुका है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि यात्रा से जुड़े पूरे इंतजाम समय पर पूरे किए जाएं।

बता दे, उत्तर प्रदेश में सोमवार को 118 लोग संक्रमित पाए गए। 195 लोग ठीक हुए और 6 लोगों की मौत हो गई। अब तक राज्य में 17.06 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं। इनमें 16.81 लाख ठीक हो चुके हैं, जबकि 22,646 मरीजों ने दम तोड़ दिया। यहां 2,181 मरीजों का इलाज चल रहा है।

मुख्यमंत्री योगी ने टीकाकरण पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में टीकाकरण की प्रक्रिया सुचारू रूप से चल रही है। 50 लाख प्रदेशवासियों ने वैक्सीन की दोनों डोज प्राप्त कर ली है। विगत 24 घंटे में 08 लाख 68 हजार 202 लोगों ने वैक्सीन कवर प्राप्त किया। अब तक 03 करोड़ 35 लाख से अधिक वैक्सीन डोज लगाई जा चुकी है। टीकाकरण की सुगमता के लिए ऑनलाइन स्लॉट बुकिंग को प्रोत्साहित किया जाना उचित होगा।

वहीं, दूसरी तरफ इस साल भी उत्तराखंड सरकार ने कांवड़ यात्रा प्रतिबंधित करने का ऐलान किया गया है। पिछले दिनों उत्तराखंड के डीजीपी ने आठ राज्यों के अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि यात्रा पर प्रतिबंध है, ऐसे में यहां जो भी आएगा, हो सकता है उसे 14 दिन के लिए क्वारंटीन कर दिया जाए। स्थानीय लोगों के लिए भी यात्रा प्रतिबंधित रहेगी।

आपको बता दे, उत्तराखंड साल 2019 में लगभग 3 करोड़ कांविड़िए यात्रा पर आए थे। इसमें उत्तर प्रदेश से 27% कांवड़ियों की संख्या थी। दरअसल कांवड़ यात्रा में दूसरे राज्यों से लाखों की संख्या में कांवड़ियां हर की पैड़ी आते हैं। जहां से गंगाजल लेकर शिवरात्रि पर अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर शिवालयों में जलाभिषेक करते हैं।