UP : सामने आई चूहे की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट, डूबने से नहीं फेफड़े-लिवर खराब के चलते हुई मौत

उत्तर प्रदेश के बदायूं में एक एनिमल लवर विकेंद्र ने मनोज पर चूहे के मर्डर का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी। उसका कहना था कि मनोज ने चूहे को पत्थर से बांधकर उसे पानी में डुबोया जिससे उसकी मौत हो गई। इसी आधार पर पुलिस ने मनोज को हिरासत में ले लिया था। विकेंद्र ने पुलिस की मदद से चूहे की डेडबॉडी को पोस्टमॉर्टम के लिए बरेली IVRI भेजा था। जिसकी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट अब सामने आ चुकी है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मर्डर की बात गलत साबित हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक, चूहे की मौत पानी में डूबने से नहीं, बल्कि दम घुटने से हुई है। यही नहीं, रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि चूहे के फेफड़े और लिवर पहले से खराब थे।

आईवीआरआई के ज्वाइंट डायरेक्टर डॉक्टरकेपी सिंह का कहना है कि देश में चूहे के पोस्टमार्टम होने का यह पहला मामला है केपी सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम करने के बाद चूहे के अन्य अंगोंकी माइक्रोस्कोप से जांच की गई। पैथोलॉजिस्टडॉक्टर अशोक कुमार डॉक्टर पवन कुमार ने चूहे का पोस्टमार्टम किया। जिससे यह पता चला कि फेफड़ों में नाली के पानी की गंदगी के कोई विशेष नहीं मिले। उसकी मौत दम घुटने से नहीं हुई। चूहे केफेंफड़े और लीवरपहले से ही खराब थे और चूहा कई बीमारी से ग्रसित था। जिसकी वजह से उसका बच पाना बेहद मुश्किल था।

बता दे, बदायूं के गांधी ग्राउंड चौराहे के पास रहने वाले मनोज ने 25 नवंबर को चूहे की पूंछ में पत्थर बांधकर नाले में डुबो दिया था। वहां से गुजर रहे पशु प्रेमी विकेंद्र ने मनोज की इस हरकत का विरोध किया। लेकिन, मनोज नहीं माना और चूहा मर गया। विकेंद्र ने इसका वीडियो बना लिया। इसके बाद विकेंद्र ने चूहे की डेडबॉडी को नाले से निकालकर AC कार से उसे पोस्टमॉर्टम के लिए पुलिस की मदद से बरेली भिजवाया था। पोस्टमॉर्टम का खर्च भी विकेंद्र ने उठाया था। साथ ही उसने चूहे की हत्या का आरोप मनोज पर लगाकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। इस पर मनोज को पहले 8 घंटे हिरासत में रखा गया था। इसके बाद तीसरे दिन यानी 27 नवंबर को मनोज के खिलाफ पशु क्रूरता के तहत FIR दर्ज हुई थी। फिलहाल, मनोज जमानत पर बाहर है।