PM मोदी ने लॉन्च किया आत्मनिर्भर यूपी अभियान, बोले- योगी सरकार का काम आने वाली पीढ़ियां याद करेंगी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को यूपी सरकार के ‘आत्मनिर्भर यूपी रोजगार अभियान’ की शुरुआत की। प्रदेश सरकार का दावा है कि इस योजना के तहत करीब सवा करोड़ मजदूरों को रोजगार मिलेगा। दरअसल, कोरोना संकट और लॉकडाउन की वजह से करोड़ों मजदूर अपने घरों को वापस लौट आए हैं। ऐसे में उत्तर प्रदेश सरकार ने वापस लौटे मजदूरों को यही काम देने का अभियान शुरू किया है।

इस अभियान को लॉन्च करने के दौरान पीएम मोदी ने कई मजदूरों के साथ संवाद किया। पीएम मोदी ने गोंडा की विनिता से बात की, इस दौरान विनिता ने बताया कि उन्होंने कई महिलाओं के साथ मिलकर एक समूह बनाया है। हमें प्रशासन की ओर से सूचना मिली थी जिसके बाद हमने ये काम शुरू किया। इसी के बाद नर्सरी शुरू की और अब एक साल में 6 लाख रुपये की बचत होती है।

इसके अलावा पीएम मोदी ने बहराइच के तिलकराम से बात की, जो खेती करते हैं। पीएम ने कहा कि पीछे बहुत बड़ा मकान बन रहा है, इसके बाद किसान ने कहा कि ये आपका ही है। ये आवास योजना से हमें फायदा मिला। तिलकराम ने बताया कि पहले झोपड़ी में थे लेकिन अब मकान बन रहा है तो परिवार काफी खुश हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आपको मकान मिला है, लेकिन मुझे क्या दोगे। जवाब में किसान ने कहा कि हम दुआ करते हैं कि आप पूरी जिंदगी पीएम रहें। पीएम मोदी ने कहा कि आप हर साल मुझे चिट्ठी लिखें और बच्चों की पढ़ाई के बारे में बताएं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि हमने अपने जीवन में उतार चढ़ाव देखे हैं, सामाजिक जीवन में कई तरह की कठिनाई आती हैं। किसी ने नहीं सोचा था कि पूरी दुनिया पर एक साथ इतना बड़ा संकट आएगा, ऐसा संकट जिसमें चाहकर भी लोग मदद नहीं कर पा रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि हमें नहीं पता कि इस बीमारी से कब मुक्ति मिलेगी, इसकी अभी एक ही दवाई है दो गज की दूरी। हमारी सरकार ने इस बीच गरीब कल्याण रोजगार अभियान शुरू किया है, इसी के तहत यूपी आत्मनिर्भर अभियान चल रहा है। पीएम बोले कि योगी जी ने आपदा को अवसर में बदला है, इससे लोगों को काफी लाभ होगा।

योगी सरकार की करी तारीफ

संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि संकट के वक्त जो साहस दिखाता है, उसे ही सफलता मिलती है। आज जब दुनिया में कोरोना का संकट है, उसमें यूपी ने साहस दिखाया है उसकी तारीफ हो रही है। पीएम मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश ने जो साहस दिखाया, जो सूझबूझ दिखाई, जो सफलता पाई, जिस तरह कोरोना से मोर्चा लिया, जिस तरह स्थितियों को संभाला, वो अभूतपूर्व है, प्रशंसनीय है। योगी सरकार का शानदार काम आने वाली पीढ़ियां याद करेंगी। पीएम मोदी ने कहा कि यूपी पर इसलिए भी ध्यान देना जरूरी है, क्योंकि यूपी कई देशों से बड़ा है। पीएम ने कहा कि यूरोप के अगर इंग्लैंड, फ्रांस, इटली और स्पेन को देखें तो इनका दुनिया में दबदबा है। अगर चारों देशों की कुल जनसंख्या को जोड़ दें तो इनकी जनसंख्या 24 करोड़ है। यहां अकेले यूपी की संख्या 24 करोड़ है। लेकिन इन चार देशों में मिलाकर एक लाख तीस हजार लोगों की मौत हो गई है, लेकिन यूपी में सिर्फ 600 लोगों की जान गई है।

जा सकती थी 85 हजार लोगों की जान

संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि अमेरिका के पास सबकुछ है, लेकिन फिर भी वो कोरोना से काफी हदतक प्रभावित है। अमेरिका की जनसंख्या 33 करोड़ है, वहां अबतक 1 लाख 25 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। अगर यूपी में हालात नहीं संभाले जाते तो प्रदेश में 85 हजार लोगों की जान चली जाती। पीएम ने कहा, ये सब उस स्थिति में हुआ जब देशभर से करीब 30 लाख से अधिक श्रमिक साथी, कामगार साथी, यूपी में पिछले कुछ हफ्तों में अपने गांव लौटे थे। सैकड़ों श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को चलवाकर यूपी सरकार ने मुश्किल में फंसे अपने लोगों को वापस बुला लिया था।

पीएम मोदी ने कहा कि एक दिन था जब इलाहाबाद के सांसद देश के प्रधानमंत्री थे और कुंभ के मेले में भगदड़ मची थी। तो हजारों लोग मारे गए थे, तब सरकार ने मरने वालों की संख्या छुपाने में सारा जोर लगा दिया था। पीएम ने कहा कि यूपी सरकार ने रिस्क उठाते हुए लाखों मजदूरों को वापस बुलाया। PM ने कहा कि अगर पहले की सरकारें होतीं तो अस्पताल की संख्या का बहाना बना देती।

अपने भाषण में पीएम मोदी ने कहा कि जब सीएम योगी के पिता का देहांत हुआ तो वो अपने परिवार के पास नहीं गए, बल्कि प्रदेश की सेवा में जुटे रहे। आज यूपी में 60 हजार निगरानी समिति को बना दिया, ताकि लोग जुड़कर काम कर सकें। पीएम ने कहा,जिनके पास राशन कार्ड नहीं था, उनके लिए भी यूपी सरकार ने सरकारी राशन की दुकान के दरवाजे खोल दिए। इतना ही नहीं, उत्तर प्रदेश के सवा तीन करोड़ गरीब महिलाओं के जनधन खाते में लगभग 5 हजार करोड़ रुपए भी सीधे ट्रांफफर किए गए। भारत को आत्मनिर्भरता के रास्ते पर तेज़ गति से ले जाने का अभियान हो या फिर गरीब कल्याण रोज़गार अभियान हो, उत्तर प्रदेश यहां भी बहुत आगे चल रहा है। गरीब कल्याण रोज़गार अभियान के तहत श्रमिकों को आय़ के साधन बढ़ाने के लिए गांवों में अनेक कार्य शुरू करवाए जा रहे हैं।

योगी आदित्यनाथ ने कही ये बात

इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा कि कोरोना संकट में देश को पीएम मोदी ने देश को मंत्र दिया। अब कामगार और श्रमिकों के लिए जिन योजनाओं को आगे बढ़ाने का मार्गदर्शन दिया था, अब रोजगार को बढ़ावा दिया जा रहा है। आदित्यनाथ ने कहा कि हमने प्रदेश में जितने भी प्रवासी श्रमिक आए हैं, 18 साल से कम बच्चों को छोड़कर लगभग 30 लाख मजदूरों की स्किल मैपिंग की गई है। इससे इन मजदूरों को काम देने में आसानी मिलेगी।

प्रदेश सरकार का दावा है कि इस योजना के तहत प्रदेश लौटे करीब सवा करोड़ मजदूरों को अलग-अलग क्षेत्र में रोजगार मिलेगा। इसके तहत 25 अलग-अलग योजनाओं को एक जगह समाहित किया गया है, ताकि मजदूरों को काम उपलब्ध कराया जा सके।

बता दें कि यूपी सरकार ने लॉकडाउन के दौरान कई बड़ी कंपनियों से MoU साइन किया था, जिसका मकसद प्रवासी मजदूरों को उनके जिले में ही रोजगार उपलब्ध कराना था।