Lakhimpur Kheri Violence: किसानों के अंतिम अरदास में शामिल होंगी प्रियंका गांधी, BKU ने कहा- नहीं देंगे मंच पर जगह

लखीमपुर खीरी हिंसा में मारे गए चार किसानों को श्रद्धांजलि देने के लिए आज मंगलवार को 'शहीद किसान दिवस' मनाएंगे। किसान मोर्चे के इस आह्वान के तहत खास तौर से उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के कई हिस्सा में गुरुद्वारों में किसान इकट्ठे होकर मारे गए किसानों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करेंगे। वहीं, खबर है कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा किसानों के ‘अंतिम अरदास’ में हिस्सा लेंगी। प्रियंका गांधी वाड्रा लखीमपुर खीरी जाने के लिए लखनऊ एयरपोर्ट से रवाना हो चुकी हैं। हालांकि भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के पदाधिकारी के अनुसार, किसी भी राजनीतिक दल के राजनेता को मंगलवार की अंतिम प्रार्थना में किसान नेताओं के साथ मंच साझा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। वहां केवल संयुक्त किसान मोर्चा के नेता मौजूद रहेंगे। राकेत टिकैत समेत अन्य कुछ किसान नेताओं के भी लखीमपुर और यूपी के कुछ अन्य ज़िलों में पहुंचने की खबरें हैं। इस आयोजन के मद्देनज़र उत्तराखंड पुलिस भी अलर्ट मोड पर है।

प्रियंका के साथ कई नेता भी रहेंगे मौजूद

उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के प्रवक्ता अशोक सिंह ने कहा कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा 'अंतिम अरदास' में शामिल होने लखीमपुर खीरी जाएंगी। उनके साथ प्रदेश कांग्रेस प्रमुख अजय कुमार लल्लू, राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर, रोहित चौधरी, पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी और उप्र विधान सभा में कांग्रेस विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा और विधान परिषद में कांग्रेस के दल नेता दीपक सिंह समेत कई प्रमुख नेता भी जाएंगे।

बड़े स्तर पर होगा कार्यक्रम

40 से अधिक कृषक संगठनों के संघ संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने देश भर के किसान संगठनों और प्रगतिशील समूहों से अपील की है कि देश भर में प्रार्थना एवं श्रद्धांजलि सभा का आयोजन कर यह दिवस मनाएं और इसके बाद शाम में मोमबत्ती जलाएं।

लखीमपुर तिकुनिया में अंतिम अरदास की तैयारियां करते हुए किसान बहुत बड़े क्षेत्र में पंडाल लगा रहे हैं। अंतिम अरदास के बाद अस्थि कलश कार्यक्रम होगा। कार्यक्रम में बेशुमार जत्थे सहित अन्य संगत के आने की पूरी उम्मीद जताई जा रही है।

जयंत सिंह ने ट्वीट किया कि वह 12 अक्टूबर को मृतक किसानों की अरदास में लखीमपुर पहुंचेंगे। वहीं, राकेश टिकैत ने बताया कि 18 को ट्रेन रोको कार्यक्रम होगा। इससे पहले शहीद किसानों का कलश पूरे भारत में घुमाया जाएगा और 26 तारीख को बड़ी पंचायत लखनऊ में होगी।

लखीमपुर खीरी में मारे गए किसानों की आत्मा की शांति के लिए संयुक्त किसान मोर्चे के आह्वान पर किसान अपने इलाके के गुरुद्वारे में जाकर अरदास करेंगे। इसी के मद्देनज़र हरिद्वार, देहरादून ज़िले के बॉर्डर्स पर भी एहतियातन फोर्स बढ़ाई गई है और उच्चाधिकारियों द्वारा किसानों की सभी गतिविधियों पर नज़र रखी जा रही है।

डीआईजी करन सिंह नगन्याल के मुताबिक सभी ज़िलों में सभी एसएसपी और एसपी को मंगलवार के दिन किसानों के मूवमेंट को लेकर सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था बिगाड़ने पर सख्त कार्रवाई किए जाने के आदेश भी दिए गए हैं।

आपको बता दें कि 3 अक्टूबर को उत्तरप्रदेश के लखीमपुर खीरी हिंसा में किसानों के मारे जाने के बाद से ही हंगामा मचा हुआ है। मारे गए किसानों के लिए अंतिम अरदास 12 अक्टूबर को करने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा ने आह्वान किया है। बताया जा रहा है कि हिंसा स्थल के पास ही ‘अंतिम अरदास’ का मुख्य आयोजन किया जा रहा है।