गुजरात: ट्रंप के स्वागत के लिए हो रही है विशेष तैयारियां, 'गायब' होंगे कुत्ते, नीलगाय और पान की दुकानें

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दौरे को लेकर भारत में बड़े जोश से तैयारियां चल रही हैं। ट्रंप का स्वागत खुद पीएम मोदी करने वाले है। दुनिया के सबसे बड़े मोटेरा स्टेडियम में दोनों नेता मंच भी साझा करेंगे। गुजरात के अहमदाबाद में विशेष तैयारियां चल रही हैं। ट्रंप को अहमदाबाद स्वच्छ और सुंदर लगे इसके लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे है। कुछ दिन पहले खबर आई थी कि झुग्गियां छिपाने के लिए उनके सामने दीवार खड़ी की जा रही है। अब पता चला है कि ट्रंप के रास्ते में कुत्ते, नीलगाय न आएं इसका विशेष प्रबंध होगा। एयरपोर्ट और स्टेडियम की तरफ जाता एक किलोमीटर का दायरा नीलगायों वाला इलाका है। उनसे निपटने को वन विभाग से बात की जाएगी। वीवीआईपी रूट से (करीब 2.75 किलोमीटर इलाका) कुत्तों को कैसे दूर रखा जाए अहमदाबाद म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन और मवेशी और कुत्ते के उपद्रव नियंत्रण विभाग इसके लिए विशेष दस्ता तैयार करेगा। दरअसल, साल 2015 की बात है। अमेरिका के मंत्री जॉन कैरी वाइब्रैंट गुजरात के कार्यक्रम में हिस्सा लेकर वापस एयरपोर्ट जा रहे थे। लेकिन रास्ते में उनकी गाड़ी के सामने एक कुत्ता आ गया, जिससे गाड़ी टकरा भी गई। इस बार ऐसी शर्मिंदगी ना हो इसका ध्यान रखा जा रहा है। कुत्तों को वीवीआईपी रूट से करीब 5 दिनों तक कैसे दूर रखा जाए, इसपर विचार किया जा रहा है।

इतना ही नहीं पान की दुकानों तक को सील कर दिया गया है। दरअसल, गुजरात में पान मसाला बड़े शौक से खाया जाता है। लोग वहां भी उसे थूककर सड़क को लाल करने से बाज नहीं आते। लेकिन आब ऐसा करना मुश्किल होगा। ट्रंप के दौरे को देखते हुए एयरपोर्ट से स्टेडियम के बीच की सड़क और दीवार साफ रहें इसके लिए अहमदाबाद म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन ने शुक्रवार को एयरपोर्ट सर्किल पर मौजूद पान की तीन दुकान सील कर दीं। दुकानदारों से कहा गया है कि अगर सील खोली तो उनपर ऐक्शन लिया जाएगा। पान मसाले की दुकान सील होने का सीधा संपर्क ट्रंप के दौरे से है या नहीं यह अभी साफ नहीं है। लेकिन इन्हें अगले ऑर्डर तक सील ही रखा जाएगा।

वहीं, एयरपोर्ट के रास्ते पर झुग्गियों को छिपाने के लिए बनी दीवार को और बड़ा किया जा रहा है। पहले ये 4 फीट की थीं, अब इन्हें 5 फीट किया जा रहा है। इतना ही नहीं पर्दे और ग्रिल भी लगाई जा रही हैं, ताकि ट्रंप की नजर झुग्गियों पर न पड़े। काम कर रहे मजदूर ने बताया कि उनसे कहा गया है कि दीवार इतनी ऊंची हो कि उसके पार न देखा जा सके। हालांकि, मौके पर मौजूद कॉन्ट्रेक्टर ने इसपर कुछ कहने से इनकार कर दिया।