यूपी इन्वेस्टर्स समिट : उद्यमियों का पहुंचना शुरू, प्रधानमंत्री मोदी 10 बजे करेंगे उद्घाटन

राजधानी लखनऊ में पहली बार 21 और 22 फरवरी को यूपी इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व कई केंद्रीय मंत्रियों व दिग्गज उद्योगपतियों की मौजूदगी में समिट का उद्घाटन करेंगे। वहीं समिट के समापन समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद मौजूद रहेंगे। यूपी इन्वेस्टर्स समिट में उद्यमियों का पहुंचना शुरू हो गया है। औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने बताया कि समिट के दौरान उद्योगपतियों के साथ विभिन्न क्षेत्रों में उद्यम स्थापित करने के लिए समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। सरकार ने उद्यमियों के लिए आकर्षक व व्यावहारिक औद्योगिक विकास नीति जारी की है। उद्यम स्थापना पर उद्योगपतियों को आवश्यक छूट और अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराने की प्रभावी पहल की है। उन्होंने बताया कि समिट में कुल 30 सत्र होंगे। प्रधानमंत्री मोदी सुबह 10 बजे इसका उद्घाटन करेंगे। उद्घाटन सत्र की विभिन्न गतिविधियों व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा प्रदेश के औद्योगिक एवं समग्र विकास पर संबोधन के बाद करीब 11.25 बजे प्रधानमंत्री का संबोधन होने की संभावना है। मुख्य सचिव राजीव कुमार धन्यवाद ज्ञापित करेंगे।

हाई-टी पर टॉप सीईओ से मिलेंगे मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समिट के उद्घाटन सत्र के बाद हाई-टी पर चुनिंदा उद्योगपतियों व सीईओ से मिलेंगे। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहेंगे।

प्रदर्शनी भी देखेंगे पीएम

प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित प्रदर्शनी का फीता काटकर उद्घाटन करेंगे। इसके बाद महाना स्वागत संबोधन देंगे। इन्वेस्टर्स समिट की थीम पर प्रजेंटेशन भी होगा। इलेक्ट्रिक व्हीकल से जुड़े वाहनों व उत्पादों की प्रदर्शनी भी यहां लग रही है।

हर उद्योगपति का तीन-तीन मिनट का संबोधन

प्रधानमंत्री की उपस्थिति में देश के ख्याति प्राप्त नौ प्रमुख उद्योगपति मुकेश अंबानी, गौतम अडानी, सुभाष चंद्रा, कुमार मंगलम बिड़ला, आनंद महिंद्रा, बाबा रामदेव, पंकज पटेल, शोभना कामिनेनी, रशेश शाह तथा एन. चंद्रशेखरन अपने निवेश प्लान के बारे में विचार रखेंगे। मॉरीशस के पूर्व राष्ट्रपति अनिरुद्ध जगन्नाथ उद्घाटन सत्र में खास तौर से विचार रखेंगे।

पीएम देंगे निवेश मित्र-सिंगल विंडो सिस्टम की सौगात

प्रधानमंत्री इन्वेस्टर्स समिट में निवेशकों को निवेश मित्र-सिंगल विंडो क्लीयरेंस सिस्टम की सौगात देंगे। इसमें रजिस्ट्रेशन, लाइसेंस, अनापत्ति व स्वीकृतियों के आवेदन से लेकर स्वीकृतियां जारी करने तक की पूरी व्यवस्था ऑनलाइन होगी। इससे निवेशकों को सरकारी दफ्तरों और अफसरों का चक्कर लगाने से छुट्टी मिल जाएगी।

ये वीआईपी आएंगे

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, 18 केंद्रीय कैबिनेट मंत्री, मॉरिशस के पूर्व राष्ट्रपति और वर्तमान रक्षा मंत्री अनिरुद्ध जगन्नाथ, मुकेश अंबानी, गौतम अडानी, कुमारमंगलम बिड़ला, एन चंद्रशेखरन, सुभाष चंद्रा, आनंद महिन्द्रा, शोभना कामिनी, रसेश शाह, संजीव पुरी, यूसुफ अली, एचसी हॉंग, गौतम तनेजा, अशोक कजारिया, कमल बाली, सुमन सिन्हा, अजय श्रीराम, पंकज पटेल, अशोक हिन्दुजा।

4 लाख करोड़ से अधिक के निवेश की संभावना

समिट में चार लाख करोड़ रुपये से अधिक निवेश के एमओयू किए जाने की संभावना है। विभागों के मंत्री व अधिकारी विभिन्न क्षेत्रों में निवेशकों के साथ समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे। अतिरिक्त ऊर्जा क्षेत्र में 63 हजार करोड़ के 46 एमओयू, हेल्थ केयर व फार्मा सेक्टर में 6362 करोड़ के 27 निवेश प्रस्ताव, पर्यटन क्षेत्र में निवेश के 23 प्रस्ताव से करीब 10 हजार करोड़ के निवेश व आवास विकास परिषद में 1500 करोड़ के निवेश प्रस्ताव आ रहे हैं। अन्य विभागों ने एमओयू की तैयारी की है।

अखिलेश यादव ने कसा था तंज

सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव निवेश को लेकर तंज भी कसा था। उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि पिछले कुछ सालों में कुछ बेहतर भविष्य के लिए अपना पैसा लेकर भारत से बाहर चले गए और कुछ बैंकों का पैसा लेकर। मतलब कुछ बाहर जाकर बस गये और कुछ बच गये। इधर हमारा प्रदेश ये इंतजार कर रहा है कि निवेश कब होगा। सच तो ये है कि लोग पैसा लेकर बाहर जा रहे हैं, न कि निवेश के लिए आ रहे हैं।