यूपी इन्वेस्टर्स समिट : उद्योगपतियों के साथ प्रधानमंत्री करेंगे ‘चाय पर चर्चा’, यूपी की बदली तस्वीर दिखाएंगे

राजधानी लखनऊ में पहली बार 21 और 22 फरवरी को यूपी इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व कई केंद्रीय मंत्रियों व दिग्गज उद्योगपतियों की मौजूदगी में समिट का उद्घाटन करेंगे। वही इस समिट के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के बीस बड़े उद्योगपतियों के साथ 'चाय पर चर्चा' करेंगे।

प्रदर्शनी स्थल पर बने एक कैफे में वह 20 मिनट गुजारेंगे और बताएंगे कि यूपी में निवेश करने से देश कैसे आगे बढ़ेगा। साथ ही कैसे 'मेक इन इंडिया' के लिए यूपी को आगे बढ़ना जरूरी है? चर्चा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ, राज्यपाल राम नाईक और लखनऊ के सांसद व गृहमंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद रहेंगे। चर्चा के दौरान द्योगपतियों को बताया जाएगा कि कैसे यूपी में योगी के सीएम बनने के बाद माहौल बदला है। कानून-व्यवस्था कैसे बेहतर हुई है। ब्रांड योगी के साथ बदले हुए यूपी की तस्वीर उद्योगपतियों को दिखाई जाएगी। बताया जाएगा कि अब यूपी में उद्योगपतियों के लिए कहीं कोई दिक्कत नहीं होगी। अगर वह यूपी में निवेश करते हैं तो उनके लिए क्या-क्या फायदे होंगे। सबसे बड़ी आबादी वाले प्रदेश यूपी में उनके लिए निवेश के साथ क्या-क्या संभावनाएं हैं? यह जानकारी भी उन्हें दी जाएगी। यूपी में किस क्षेत्र में निवेश का क्या भविष्य है और अगर उनकी कोई आशंका है तो उसका जवाब भी यहां मिल जाएगा।

अंबानी और अडाणी समेत कई उद्योगपति करेंगे शिरकत

'चाय पर चर्चा' के लिए रिलायंस समूह के प्रमुख मुकेश अंबानी के अलावा अडाणी समूह के गौतम अडाणी, महिंद्रा ग्रुप के आनंद महिंद्रा, आदित्य बिड़ला समूह के कुमार मंगलम बिड़ला, कैडिला समूह के पंकज पटेल, एसेल समूह के सुभाष चंद्रा, एडल वाइज के रशेश शाह, टाटा समूह से एन चंद्रशेखरन, अपोलो समूह की शोभना कामिनी मौजूद रहेंगी। यह उद्योगपति चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री के साथ-साथ मुख्यमंत्री और गृहमंत्री से भी बात कर सकेंगे।

पीएम देंगे निवेश मित्र-सिंगल विंडो सिस्टम की सौगात

प्रधानमंत्री इन्वेस्टर्स समिट में निवेशकों को निवेश मित्र-सिंगल विंडो क्लीयरेंस सिस्टम की सौगात देंगे। इसमें रजिस्ट्रेशन, लाइसेंस, अनापत्ति व स्वीकृतियों के आवेदन से लेकर स्वीकृतियां जारी करने तक की पूरी व्यवस्था ऑनलाइन होगी। इससे निवेशकों को सरकारी दफ्तरों और अफसरों का चक्कर लगाने से छुट्टी मिल जाएगी।

ये वीआईपी आएंगे

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, 18 केंद्रीय कैबिनेट मंत्री, मॉरिशस के पूर्व राष्ट्रपति और वर्तमान रक्षा मंत्री अनिरुद्ध जगन्नाथ, मुकेश अंबानी, गौतम अडानी, कुमारमंगलम बिड़ला, एन चंद्रशेखरन, सुभाष चंद्रा, आनंद महिन्द्रा, शोभना कामिनी, रसेश शाह, संजीव पुरी, यूसुफ अली, एचसी हॉंग, गौतम तनेजा, अशोक कजारिया, कमल बाली, सुमन सिन्हा, अजय श्रीराम, पंकज पटेल, अशोक हिन्दुजा।

4 लाख करोड़ से अधिक के निवेश की संभावना

समिट में चार लाख करोड़ रुपये से अधिक निवेश के एमओयू किए जाने की संभावना है। विभागों के मंत्री व अधिकारी विभिन्न क्षेत्रों में निवेशकों के साथ समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे। अतिरिक्त ऊर्जा क्षेत्र में 63 हजार करोड़ के 46 एमओयू, हेल्थ केयर व फार्मा सेक्टर में 6362 करोड़ के 27 निवेश प्रस्ताव, पर्यटन क्षेत्र में निवेश के 23 प्रस्ताव से करीब 10 हजार करोड़ के निवेश व आवास विकास परिषद में 1500 करोड़ के निवेश प्रस्ताव आ रहे हैं। अन्य विभागों ने एमओयू की तैयारी की है।