गिरिराज सिंह का विवादित बयान - विदेश जाने वाले भारतीय खा रहे गोमांस

बिहार के बेगूसराय से बीजेपी सांसद और बीजेपी के कद्दावर नेता गिरिराज सिंह अक्सर अपने बयानों को लेकर विवादों में रहते है। गिरिराज सिंह ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। गिरिराज सिंह ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि मिशनरी स्कूलों से पढ़कर विदेश जाने वाले ज्यादातर भारतीय बीफ खाना शुरू कर देते हैं। गिरिराज सिंह कहते हैं कि हम अपने बच्चों को मिशनरी स्कूलों में भेजते हैं, वे वहां से कामयाब होते है, आईआईटी करने के बाद नौकरी के लिए विदेश चले जाते हैं और ज्यादातर गोमांस खाना शुरू कर दते हैं। इसके पीछे की वजह साफ है, दरअसल हम उन बच्चों को भारतीय संस्कृति, पारंपरिक मूल्यों की शिक्षा नहीं देते हैं।

गिरिराज ने कहा कि छात्रों में संस्कार डालने के लिए निजी स्कूलों में गीता के श्लोकों की शिक्षा दी जानी चाहिए। गिरिराज ने भागवत कथा के उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेते हुए कहा कि अगर मैं सरकारी स्कूलों में गीता का श्लोक और हनुमान चालीसा पढ़ाने की बात करू तो लोग कहेंगे कि भगवा अजेंडा लागू किया जा रहा है। इसकी शुरुआत प्राइवेट स्कूलों से होनी चाहिए।' बेगूसराय में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि प्राइवेट स्कूलों में बच्चों को गीता का श्लोक सिखाया जाए और स्कूल में मंदिर बनाया जाए।

गिरिराज सिंह ने कहा कि आजकल विरोधियों की आदत बन चुकी है कि वो उन मुद्दों पर भी विरोध करते हैं जिसके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। सीएए का खासतौर पर जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यह देखना होगा कि विरोधी दलों को प्रदर्शन कितना जायज है। सिर्फ विरोध के लिए विरोध करने की परंपरा नहीं होनी चाहिए। विपक्षी दल जनता के बीच भ्रम फैला रहे हैं जिसकी पुरजोर खिलाफत करने की आवश्यकता है। हाल के दिनों में जिस तरह से देश के अलग अलग हिस्सों में हिंसक वारदात हुए हैं उसका सरकार कड़ाई से मुकाबला करेगी।

गिरिराज के बयान पर अकसर विवाद होता रहा है। इससे पहले पिछले साल सितंबर में गिरिराज सिंह ने कहा था कि जिस तरह से जनसंख्या बढ़ रही है, अगर जनसंख्या नियंत्रण कानून नहीं बना तो ना तो देश में सामाजिक समरसता बचेगी और ना ही विकास होगा। उन्होंने यह भी कहा था कि देश के 54 जिलों में हिंदुओं की आबादी गिर गई है।