भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी को ब्रिटेन के कोर्ट ने दिया झटका, भारत लाने का रास्ता हुआ साफ

पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) को हजारों करोड़ रुपए का चूना लगाने वाले भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी को ब्रिटेन के कोर्ट ने बड़ा झटका दिया है। अब लंदन की जेल में बंद नीरव को भारत लाने का रास्ता साफ हो गया है। ब्रिटेन के हाईकोर्ट ने बुधवार को नीरव के उस आवेदन को खारिज कर दिया, जिसमें उसके भारत प्रत्यर्पण को रोकने की अपील की गई थी।

इसी वर्ष 15 अप्रेल को ब्रिटेन की गृह मंत्री प्रीति पटेल ने नीरव को भारत प्रत्यर्पित किए जाने की मंजूरी दे दी थी। इससे पहले वेस्टमिंस्टर कोर्ट के डिस्ट्रिक्ट जज ने 25 फरवरी को नीरव के प्रत्यर्पण को लेकर फैसला सुनाया था। नीरव ने इसी फैसले को चुनौती देने के लिए हाईकोर्ट में अपील दायर की थी। नीरव की दलील थी कि भारत में उचित मुकदमा नहीं चलेगा। साथ ही उसे राजनीतिक कारणों से निशाना बनाया जा रहा है।


याचिका में भारत की जेलों की हालत खराब बताई गई और कहा गया कि उसके खिलाफ पुख्ता सबूत नहीं हैं। आपको बता दें कि नीरव को 20 मार्च 2019 को लंदन में गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद उसे वेस्टमिंस्टर कोर्ट में पेश किया गया। वहां से उसे जमानत नहीं मिली। उसी दिन नीरव को वैंड्सवर्थ जेल भेजा गया, जहां वो 29 मार्च तक रहा। इसी दिन वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट ने उसकी दूसरी जमानत याचिका भी खारिज कर दी।


गौरतलब है कि नीरव और उसके मामा मेहुल चोकसी ने मिलकर पीएनबी के साथ 11 हजार करोड़ रुपए से अधिक की धोखाधड़ी की है। इस काम में बैंक के कई अधिकारियों ने भी इन लोगों का साथ दिया है। वर्ष 2018 में इंटरपोल ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में नीरव मोदी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था।