उत्तराखंड बोर्ड की 12वीं की परीक्षाएं भी हुई रद्द, छात्रों व शिक्षकों के हितों को देखते हुए लिया निर्णय

कोरोना के इस कहर में बोर्ड की परीक्षाओं को करवाना बड़ी चिंता बनता जा रहा हैं। ऐसे में छात्रों के स्वास्थ्य को देखते हुए केंद्र ने सीबीएसई की 12वीं की परीक्षाओं को मंगलवार को रद्द कर दिया था। इसके बाद महाराष्ट्र में भी स्टेट बोर्ड कि परीक्षाओं को आज रद्द किया गया हैं। इसमें अब उत्तराखंड बोर्ड भी शामिल हो गया हैं जहां शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने बुधवार को इसकी घोषणा करते हुए आदेश जारी के दिए। उन्होंनें कहा कि छात्रों व शिक्षकों के हितों को देखते हुए सरकार ने यह निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि सभी छात्र-छात्राओं को प्रमोट किया जाएगा। साथ ही जो बच्चे समझते हैं कि उन्हें कम अंक देकर प्रमोट किया गया है उन्हें परीक्षा में बैठने का अवसर दिया जाएगा।

उत्तराखंड बोर्ड की 12वीं की परीक्षा के लिए एक लाख 23 हजार से अधिक बच्चे पंजीकृत हैं। जबकि परीक्षा के लिए 1347 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। इसमें 223 केंद्र संवेदनशील और 22 परीक्षा केंद्रों को अतिसंवेदनशील घोषित किया गया था। सरकार उत्तराखंड बोर्ड की 12वीं की परीक्षा की तैयारी में तो जुटी थी लेकिन छात्र-छात्राओं और शिक्षकों के लिए वैक्सीनेशन के कोई इंतजाम नहीं किए गए थे। प्रदेश में केवल 30 हजार शिक्षकों को ही वैक्सीन लगी है।

उत्तराखंड बोर्ड के 10वीं के छात्र-छात्राओं को प्रमोट करने के लिए मानक तय करने शुरू कर दिए गए हैं। विभागीय सूत्रों के मुताबिक, नौवीं में मिले अंकों के आधार पर छात्रों को 10वीं में नंबर दिए जाएंगे। उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद ने स्कूलों से छात्रों की नवीं व दसवीं में आंतरिक मूल्यांकन के अंकों का विवरण मांगा है।