उद्धव ठाकरे ने साबित किया बहुमत, फडणवीस समेत भाजपा के 105 विधायकों का वॉकआउट

महाराष्ट्र (Maharashtra) में शिवसेना (Shiv Sena) प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद आज विधानसभा में बहुमत भी साबित कर दिया। महाराष्ट्र विकास अघाड़ी (शिवसेना-राकांपा और कांग्रेस) सरकार ने 169 वोटों से विश्वास मत (फ्लोर टेस्ट) हासिल किया। विपक्ष में एक भी वोट नहीं पड़ा। वोटिंग के दौरान कुल 4 विधायक तटस्थ रहे। इस दौरान बीजेपी ने हंगामा किया और नारेबाजी करते हुए बीजेपी के 105 विधायकों ने सदन से वॉकआउट किया। पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि वंदे मातरम् के बिना अधिवेशन कैसे शुरू हो गया? यह अधिवेशन नियमों के खिलाफ है, इसलिए राज्यपाल से सत्र की कार्यवाही रद्द करने की मांग करेंगे। इस दौरान गठबंधन के विधायकों ने उनकी हूटिंग की। भाजपा सदस्यों ने भी नारेबाजी की।

बीजेपी ने उद्धव सरकार को लेकर ये चार सवाल उठाए हैं:-

- ऐन वक्त पर प्रोटेम स्पीकर क्यों बदला गया?

- विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले राष्ट्रीय गीत क्यों नहीं बजाया गया?

- BJP को फ्लोर टेस्ट के लिए 1 बजे का वक्त दिया गया था। जबकि, फ्लोर टेस्ट 2 बजे होना था। ऐसे में सभी विधायक वक्त पर नहीं पहुंचे। ऐसा क्यों?

- मंत्रियों का शपथ ग्रहण असंवैधानिक है

गठबंधन ने पूरी उपस्थिति के लिए व्हिप जारी किया था। उद्धव ठाकरे को अपने चचेरे भाई राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) से वोट की उम्मीद थी। हालांकि, बहुमत परीक्षण के दौरान एमएनएस ने सरकार के पक्ष में वोट नहीं किया।

वहीं, स्पीकर के पद के लिए कांग्रेस की तरफ से नाना पटोले और भाजपा के किसन कठोरे उम्मीदवार होंगे। इसके लिए रविवार को चुनाव होगा। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने बहुमत साबित करने के लिए उद्धव ठाकरे को 3 दिसंबर तक का वक्त दिया था। गठबंधन में शामिल तीनों दलों के पास 154 विधायक हैं, जबकि बहुमत का आंकड़ा 145 है।