Chandra Grahan 2020 : कुछ ही घंटों में लगने वाला हैं उपच्छाया चंद्र ग्रहण, जानें इसके सभी प्रकार

आज 5 जून को चंद्र ग्रहण की खगोलीय घटना घटित होने वाली हैं जिसके अनुसार जब पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा तीनों एक ही रेखा में होते हैं और सूर्य और चंद्रमा के बीच में पृथ्वी के आने से चन्द्रमा पर सूर्य का प्रकाश नहीं पहुंच पाता है। यह वर्ष 2020 का दूसरा चंद्र ग्रहण है। ग्रहण 11 बजकर 16 मिनट से शुरू होगा और 6 जून की रात 2 बजकर 32 मिनट तक रहेगा। चंद्र ग्रहण तीन प्रकार के होते हैं, आइये जानते हैं इनके बारे में।

पूर्ण चंद्र ग्रहण (Total Lunar Eclipse)

जिस समय चंद्रमा और सूर्य के बीच में पृथ्वीं आ जाती है और जब पृथ्वीं चंद्रमा को पूरी तरह से ढक लेती है। उस समय पूर्ण चंद्र ग्रहण का निर्माण होता है। उस समय चंद्रमा पूरी तरह से लाल नजर आता है। लाल होने के साथ ही उस समय चंद्रमा पर धब्बे भी साफ देखे जा सकते हैं। यह स्थिति सिर्फ पूर्णिमा के दिन ही बनती है। इसे सुपर ब्लड मून के नाम से भी जाना जाता है।

आंशिक चंद्र ग्रहण (Partial Lunar Eclipse)

आंशिक चंद्र ग्रहण वह होता है। जब सूर्य और चंद्रमा के बीच में पृथ्वी न आकर कुछ पृथ्वी की छाया चंद्रमा के कुछ हिस्सों पर ही पड़े। पृथ्वीं की यह छाया सूर्य और चंद्रमा के कुछ खंड पर ही पड़ती है। इसलिए इसे आंशिक चंद्र ग्रहण कहा जाता है। यह ग्रहण काल ज्यादा लंबे समय का नहीं होता। इस चंद्र ग्रहण की अवधि कुछ घंटो की ही होती है।

खंडच्छायायुक्त चंद्र ग्रहण (Penumbral Lunar Eclipse)

खंडच्छायायुक्त चंद्र ग्रहण में चंद्रमा पृथ्वीं की छाया से धुंधला नही होता है। बल्कि यह उपच्छाया उपस्थित होती है। इसी कारणवश खंडच्छायायुक्त चंद्र ग्रहण हमेशा आंशिक चंद्र ग्रहण से ही शुरु होता है। इस खंडच्छायायुक्त चंद्र ग्रहण में चंद्रमा का लगभग 65 % हिस्सा पृथ्वीं से ढक जाता है।