श्रीगंगानगर : हिरासत में युवकों ने खाई फिनाइल की गोलियां, पुलिस छिपाती रही मामला

सदर पुलिस की हिरासत में दाे युवकाें ने फिनाइल की गाेलियां खाकर जान देने की काेशिश की। पता चलने पर पुलिस ने तत्काल ही जिला अस्पताल में भर्ती करवाया। दाेनाें युवकाें की हालत खतरे से बाहर बताई गई है। सूत्राें के अनुसार 22 वर्षीय विकास पुत्र गंगाराम और 20 वर्षीय विनाेद पुत्र मंगलराम काे सदर पुलिस ने दे शाम हिरासत में लिया था। चाेरी के मामले में इनसे पूछताछ की जा रही थी।

तभी ये दाेनाें फ्रेश हाेने का बहाना बनाकर बाथरूम गए। संतरी ने इनकाे बाथरूम में भेज दिया और खुद इनकी निगरानी में खड़ा हाे गया। ये दाेनाें माैका पाकर बाथरूम में यूरिनल में रखी फिनाइल की गाेलियाें काे बाहर निकालकर खा गए। इसके बाद बाथरूम से बाहर आ गए।

युवकों को दाेबारा पूछताछ के लिए ले जाया गया। वहां कुछ समय बाद ही इनकाे उल्टियां शुरू हाे गईं और सांस लेने में दिक्कत हाेने लगी। तबीयत बिगड़ने पर इनकाे ड्यूटी अधिकारी एसआई रीकाे प्रभारी बलवंतराम तत्काल जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। आपातकालीन चिकित्सा इकाई में चिकित्सक व नर्सिंग स्टाफ ने इनका इलाज शुरू किया। इनके पेट की सफाई की गई। इसके बाद इनकी हालत में सुधार हुआ। दाेनाें काे मेल मेडिकल वार्ड में भर्ती किया गया है। रात्रिकालीन डयूटी स्टाफ नर्सिंग स्टाफ ने बताया कि दाेनाें युवकाें की हालत खतरे से बाहर है।

पुलिस सूत्राें के अनुसार दाेनाें युवक नशे के आदी हैं। इनकाे चाेरी के किसी मामले में पूछताछ के लिए थाने लाया गया था। आराेपियाें ने पूछताछ से बचने काे जान देने की काेशिश की। इनके खिलाफ आत्महत्या के प्रयास के आराेप में अलग से मुकदमा दर्ज किया जाएगा। फिलहाल रात काे सदर थाना से हवलदार और एक कांस्टेबल काे इनकी निगरानी में लगाया गया था।

पुलिस ने मामले पर पर्दा डालने के किए प्रयास, अधिकारियों ने फाेन नहीं उठाए

सदर थाना की हिरासत में हुई इस वारदात पर पुलिस ने पर्दा डालने के भरसक प्रयास किए। पुलिस नियंत्रण कक्ष में सूचना नहीं दी गई। सदर थाना के नाइट एलसी स्टाफ काे भी इस संबंध में जुबान नहीं खाेलने काे पाबंद किया गया। रीकाे चाैकी प्रभारी बलवंतराम, आरपीएस राेहित सांखला ने फाेन ही नहीं उठाया। सीओ सिटी अरविंद बैरड़ ने इस घटना के बारे में अनभिज्ञता जताई।