अमेरिका : कोरोना वैक्सीन की मारामारी, दो महिलाओं ने बुजुर्ग बन लगवाया पहला टीका

कोरोना संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा हैं और इसके आंकड़े अभी भी बढ़ना जारी हैं। ऐसे में वायरस के खिलाफ लड़ाई लड़ने में कोरोना वैक्सीन बड़ा हथियार साबित होगी। दुनिया के कई देशों में विभिन्न चरणों के तहत टीकाकरण कार्यक्रम चलाया जा रहा है। अमेरिका में भी यह प्रक्रिया जारी हैं। इसी बीच अमेरिका के ऑरलैंडो शहर में दो महिलाओं ने खुद को बुजुर्ग के तौर पर पेश किया ताकि उन्हें कोरोना की वैक्सीन लग जाए। अधिकारियों ने उन्हें चेतावनी देकर छोड़ दिया है।

ऑरेंज काउंटी में राज्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ। राउल पिनो ने कहा कि महिलाएं बुधवार को टोपी, दस्ताने और चश्मे पहनकर आई थीं। ऐसा माना जा रहा है कि महिलाओं ने पहला शॉट प्राप्त कर लिया था, लेकिन कहां यह स्पष्ट नहीं है। पिनो ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की जांच यह निर्धारित करने की कोशिश करेगी कि उन्हें पहले कहां टीका लगाया गया था और वे अपॉइंटमेंट पाने में कामयाब कैसे रहीं।

शेरिफ कार्यालय की प्रवक्ता मिशेल गुइडो ने ऑरलैंडो सेंटिनल को बताया कि महिलाओं ने राज्य प्रणाली के नियमों को दरकिनार करते हुए टीकाकरण पंजीकरण पर अपने जन्म के वर्षों को बदल दिया था। प्रणाली के अनुसार 65 या उससे अधिक उम्र के लोगों को प्राथमिकता दी जाती है। उन्होंने कहा, 'उनके नाम उनके पंजीकरण से मेल खाते थे लेकिन जन्मतिथि नहीं।' अधिकारियों ने कहा कि महिलाओं की उम्र क्रमश: 35 और 45 साल है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने प्रतिनिधियों को उन्हें चेतावनी जारी करने के लिए कहा है।

गुइडो ने कहा कि उन्हें चेतावनी जारी करने का मतलब है कि वे किसी भी कारण- टीकाकरण, कोविड-19 परीक्षण आदि के लिए कनवेंशन सेंटर (अधिवेशन केंद्र) नहीं आ सकती हैं। यदि वे आती हैं तो उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है।