बीकानेर : कोरोना से मिली राहत तो ब्लैक फंगस बना आफत, फुल हो गए दो वार्ड, 11 की मौत

कोरोना का कहर अब थमता जा रहा हैं तो ब्लैक फंगस नई आफत बनता नजर आ रहा हैं।बीकानेर में ब्लैक फंगस रोद्र रूप दिखा रहा हैं जहां आए दिन इससे जुड़े मामले सामने आ रहे हैं। आलम यह हैं कि अस्पताल में अब तक 71 रोगियों को भर्ती करना पड़ा है, जिससे दो वार्ड अब तक फुल हो गए हैं। जल्द ही तीसरे वार्ड की जरूरत महसूस की जाने लगी है। सोमवार को भी एक और रोगी में ब्लैक फंगस की पुष्टि हो गई है। सुखद यह रहा कि पिछले चौबीस घंटे में इस बीमारी से किसी की जान नहीं गई। हर रोज औसतन एक मरीज की मौत होती है लेकिन सोमवार को किसी की जान नहीं गई। अब तक अस्पताल में 11 रोगियों की जान जा चुकी है। ब्लैक फंगस से आमतौर पर पचास प्रतिशत मौत होती है लेकिन बीकानेर में अब तक 16 प्रतिशत रोगियों की मौत हुई है।

पीबीएम अस्पताल के सीनियर डॉक्टर गौरव गुप्ता ने बताया कि सोमवार को पांच नए ऑपरेशन किए गए हैं। इन सभी की स्थिति नियंत्रण में है और आने वाले दिनों में रोगियों की संख्या बढ़ सकती है। अस्पताल के पी और जेड वार्ड में भर्ती मरीजों में चार मरीजों की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। ब्लैक फंंगस इनके दिमाग तक पहुंच गया है। ऐसे में स्थिति नियंत्रण से बाहर है। जिन रोगियों के ब्लैक फंगस नाक, कान, गला या फिर आंख तक पहुंचा है, उन्हें तो बचाया जा सकता है लेकिन दिमाग तक जाने के बाद स्थिति गंभीर हो जाती है।

बीकानेर में रोजाना घट रहे कोरोना केस, संक्रमण दर 5% रही

कोरोना के घटते आंकड़े आमजन की चिंता को कम करते नजर आ रहे हैं। बीते दिन सोमवार को 35 नए केस सामने आए जिसमें संक्रमण दर 5% रही। रविवार को अवकाश होने के कारण 744 सैंपल ही लिए गए थे। इसी के साथ ही चार की मौत हो गई। बीते 24 घंटे में 166 मरीज रिकवर भी हुए हैं। इनमें पीबीएम हॉस्पिटल में भर्ती मरीजों के अलावा वे भी शामिल हैं, जो घर पर ही इलाज ले रहे हैं। कुल एक्टिव केस अब 445 ही रह गए हैं। पीबीएम कोविड हॉस्पिटल में भर्ती चार और मरीजों की मौत हो गई। ये सभी आईसीयू में वेंटिलेटर पर थे।