कोरोना का कहर : पिता की मौत से संभल भी नहीं पाया था परिवार और 2 दिन बाद ही मां की भी मृत्यु

कोरोना की दूसरी लहर का असर जरूर थमता नजर आ रहा हो लेकिन कई परिवारों पर यह अभी भी कहर बनकर टूट रहा हैं।इसका एक नजारा देखने को मिला अलवर के किशनगढ़बास में जहां कोरोना ने 48 घंटे के भीतर प्रोफेसर बेटे के सिर से माता और पिता दोनों का साया छीन लिया। परिवार पिता की मौत से संभल भी नहीं पाया था कि 2 दिन बाद ही मां की भी मृत्यु हो गई। नितिन के पिता सुरेश मित्तल किशनगढ़बास में किरण फोटो स्टूडियो के नाम से दुकान करते थे। उनकी मां गृहिणी थी। नितिन इकलौते बेटे हैं। जबकि बहन की शादी हो चुकी है। नितिन की पत्नी अस्पताल में फार्मासिस्ट के पद पर कार्यरत हैं। 48 घंटे के भीतर परिवार से दो अर्थियां उठने के बाद हर कोई सदमे में है।

गुरुग्राम के एसजीटी कॉलेज में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ नितिन मित्तल ने बताया कि 17 अप्रैल वह कोरोना संक्रमित हो गए थे। करीब 10 होम आइसोलेशन में इलाज से वह तो ठीक हो गए, लेकिन 25 अप्रेल को पिता सुरेश मित्तल और 4 मई को मां भी बीमार हो गई। उन्होंने पिता को 3 मई को खैरथल के गुप्ता नर्सिंग होम में भर्ती कराया। उनकी कोविड रिपोर्ट निगेटिव आई, लेकिन फेफड़ों में इंफेक्शन मिला। तबीयत बिगड़ने पर उन्हें 11 मई को रेवाड़ी के वेदांता हॉस्पिटल में भर्ती किया। तबीयत सुधरने पर 23 मई को वे पिता को घर ले आए। मगर दो दिन बाद ही तबीयत फिर बिगड़ गई। उन्हें गुप्ता नर्सिंग होम भर्ती किया। सुधार नहीं होने पर अलवर के मित्तल हॉस्पिटल ले गए। जहां सुरेश मित्तल ने 27 मई को दम तोड़ दिया।

डॉ नितिन ने बताया कि उनकी मां 5 मई को कोरोना पॉजिटिव आई तो पूरा परिवार चिंता में पड़ गया। उन्होंने मां को अलवर के मित्तल हॉस्पिटल में भर्ती कराया, लेकिन तबीयत नहीं सुधरी। इस पर 11 मई को वे उन्हें रेवाड़ी के वेदांता हॉस्पिटल ले गए। यहां 28 मई को अचानक तबीयत बिगड़ी और 29 मई को फेफड़ों में इन्फेक्शन से मां की मौत हो गई।

अलवर : 2285 सैंपलाें की जांच में 178 नए कोरोना पाॅजिटिव, 5 लाेगाें की हुई माैत

कोरोना का कहर स्थिर बना हुआ हैं जहां शनिवार काे 2285 सैंपलाें की जांच में 178 नए पाॅजिटिव मिले एवं शुक्रवार काे भी जिले में 178 लाेगाें की रिपाेर्ट पाॅजिटिव अाई थी। शनिवार काे 395 काेराेना मरीजाें काे स्वस्थ हाेने पर डिस्चार्ज किया गया। अब एक्टिव केस घटकर 3645 रह गए हैं। इनमें से 3161 का हाेम आइसाेलेशन में इलाज चल रहा है जबकि सरकारी व प्राइवेट डेडिकेटेड काेविड हाॅस्पिटल में 418, डेडिकेटेड काेविड हैल्थ सेंटराें में 66 मरीज भर्ती हैं। इनमें ऑक्सीजन सपाेर्ट पर 265, अाईसीयू में 79, वेंटीलेटर पर 55, आइसाेलेशन बैड पर 85 मरीज भर्ती हैं।