तुर्की-सीरिया में भूकंप से भारी तबाही, मौत का आंकड़ा 5000 पार

तुर्की और सीरिया (Turkeh-Syria Earthquake) में सोमवार सुबह 4 बजे आए 7.8 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप में अब तक 5000 लोगों की मौत हो गई है। ​​​​​तुर्किये में 3419 लोगों की जान जा चुकी है और 15,000 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है। वहीं, सीरिया में 1,602 लोग मारे गए और 2,000 से ज्यादा जख्मी हैं। भारत ने भी तुर्किये को मदद भेजी है। इंडियन एयरफोर्स का C-17 विमान 2 NDRF टीमों, डॉक्टरों और राहत सामग्री के साथ वहां पहुंच चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी तुर्किये के हालात पर चिंता जाहिर की। मोदी मंगलवार को भाजपा संसदीय दल की बैठक में पहुंचे। सूत्रों के मुताबिक मोदी ने कहा, 'आज तुर्किये जिस हालात से गुजर रहा है, उसे मैं समझ सकता हूं। 2001 में भुज में जब भूकंप आया था, तब मैं मुख्यमंत्री था। मुझे पता है कि रेस्क्यू ऑपरेशन में क्या दिक्कतें आती हैं।' भुज में आए भूकंप में 16,000 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। घायलों का आंकड़ा 68,000 से ज्यादा था।

तुर्की के अधिकारियों की ओर से मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, तुर्की के 10 प्रांतों में कम से कम 3,381 की मौत हो गई, जबकि 20,000 से अधिक लोग घायल हैं। सीरिया के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, सीरिया के सरकारी कब्जे वाले इलाकों में भूकंप संबंधी घटनाओं में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 769 हो गई है, जबकि करीब 1,450 लोग घायल हैं। देश के विद्रोहियों के कब्जे वाले उत्तर पश्चिम में काम करने वाले समूहों ने बताया कि कम से कम 450 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हैं।

UN ने कहा है कि बर्फबारी और बारिश के चलते भूकंप से प्रभावित दोनों ही देशों में बचाव कार्य प्रभावित हो रहा है। इमरजेंसी सर्विसेज की टीमों को रेस्क्यू में काफी दिक्कत हो रही है। तुर्किये के हताय प्रांत में एक आदमी ने रोते हुए रॉयटर्स को बताया कि इमारतों के ढेर में दबे लोग जान बचाने के लिए चीख रहे हैं। भूख, चोट और कड़ाके की ठंड से परेशान हैं।