फांसी से पहले सताने लगा मौत का डर, कही सुरंग बनाकर भाग न जाएं दोषी, तैयार हो रहे नए 4 नए सेल

निर्भया गैंगरेप केस के चारों दोषियों को 22 जनवरी को फांसी की सज़ा दी जाएगी। लेकिन फांसी से पहले कही दोषी सुरंग खोदकर ना भाग जाएं, इसके लिए नए जेल नंबर-3 में चार सेल तैयार कराए जा रहे हैं। दोषियों को नए सेल में शिफ्ट किया जायेगा जहां उनपर नजर रखी जाएगी की कही ये सुरंग ना खोद लें, समय से पहले खुद जान ना दे दें या फिर इन पर कोई अन्य कैदी या जेल स्टाफ हमला ना कर दे। नए सेल में कहीं भी इस तरह की कोई चीज नहीं लगाई जा रही है, जिसका इस्तेमाल इनमें से कोई फंदे की तरह कर ले।

ये नए सेल फांसी के तख्ते के एकदम करीब उसी हाई सिक्युरिटी वॉर्ड में हैं, जहां कभी संसद हमले के दोषी आतंकवादी अफजल को रखा गया था। अफजल वाली सेल में भी चारों में से एक को रखा जा सकता है। इस सप्ताह इन्हें जेल नंबर-3 में शिफ्ट कर दिया जाएगा। हालांकि इन पर हर वक्त निगरानी होने के चलते जेल में सुरंग खोदने वाली आशंकाएं लगभग ना के बराबर हैं।

जेल सूत्रों ने बताया कि रविवार को छुट्टी का दिन होने के बावजूद सभी तरह की तैयारियों का जायजा लेने के लिए जेल के तमाम आला अधिकारियों ने फांसी के तख्ते वाली जेल नंबर-3 का दौरा किया। अधिकारियों ने यहां तैयार कराए जा रहे चारों सेल भी देखे। यहां टूटे-फूटे फर्श को ठीक कर निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं।

मां से मिलकर फूट-फूटकर रोया निर्भया का दोषी

वही फांसी से पहले दोषियों के परिवारवाले इनसे मिलने के लिए तिहाड़ जेल पहुंच रहे हैं। इसी कड़ी में शनिवार को जेल प्रशासन ने दोषी मुकेश सिंह को परिवारवालों को मिलने की इजाजत दी। शुक्रवार को मुकेश की मां उससे मुलाकात करने आई थीं। हालांकि, जेल प्रशासन का कहना है कि यह अंतिम मुलाकात नहीं थी। परिवार से अंतिम मुलाकात होनी अभी बाकी है। अंग्रेजी अखबार के द टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, मां से मिलते ही वह भावूक हो गया और फूट-फूटकर रोने लगा। मुलाकात के दौरान वो कई बार रोया, लेकिन इस दौरान परिवारवालों ने उसे ये समझाया कि सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव पेटिशन डाला गया है और ऐसे में जल्द सब ठीक हो जाएगा। साथ ही उन्होंने दया याचिका के बारे में भी बताया।

जेल सूत्रों का कहना है कि इनमें से विनय शर्मा जेल नंबर-4 में और अन्य तीन जेल नंबर-2 में बंद हैं। मरने से पहले इनकी बिहेवियर स्टडी भी कराई जा रही है। इसके लिए एक साइकेट्रिस्ट हर दिन इनसे बातें करते हैं। बताया जाता है कि फिलहाल इनके व्यवहार में किसी भी तरह का कोई बदलाव नजर नहीं आ रहा है। बता दें कि निर्भया केस में दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट से डेथ वारंट जारी होने के बाद दो दोषियों की ओर से क्यूरेटिव याचिका दायर की गई है। सुप्रीम कोर्ट में इस पर 14 जनवरी को सुनवाई होगी। इसी दिन पता चल जाएगा कि निर्भया के दोषियों को 22 जनवरी को फांसी दी जाएगी या फिर अभी दोषियों को कुछ दिन की और मोहलत मिलेगी।