कोरोना वायरस से इन दो देशों को हुआ ये फायदा, यूरोपियन सैटेलाइट ने दिखाई तस्वीरें

इटली (Italy) में एक तरफ कोरोना वायरस (coronavirus) का कोहराम मचा हुआ है तो दूसरी ओर इसकी वजह से कई फायदेमंद बातें भी देखने में आई हैं। COVID-19 की वजह से हुए लॉकडाउन के कारण वायु प्रदूषण गिरावट देखने को मिली है।

सैटेलाइट Copernicus Sentinel-5P वातावरण में वायु प्रदूषण पर नजर रखता है। इसी की कुछ तस्वीरों ने European Space Agency (ESA) को भी चौंका दिया। इमेजेस में साफ है कि कि 2020 के शुरुआती ढाई महीनों यानी जनवरी से अबतक में वहां की हवा में नाइट्रोजन ऑक्साइड और दूसरी कई जहरीली गैसों की मात्रा अप्रत्याशित ढंग से कम हो गई है। ESA वायु प्रदूषण के कम होने में COVID-19 की वजह से हुए लॉकडाउन को मान रहा है।

ESA के मिशन मैनेजर Claus Zehner के अनुसार वायु प्रदूषण में कमी की कई वजहें हो सकती हैं लेकिन फिलहाल कोविड-19 (COVID-19) की वजह से लोगों का घर से बाहर कम निकलना या ट्रैवल पर पाबंदी एक बड़ी वजह है।

चीन में प्रदूषण हुआ कम

इटली के साथ-साथ चीन के वातावरण में भी प्रदूषण में भारी कमी देखी जा रही है। यूएस और यूरोपियन सैटेलाइज इमेजेस में ये दिखाई देता है। NASA Earth Observatory ने फरवरी के अंत में एक रिपोर्ट में बताया कि चीन में लॉकडाउन होने के बाद से वहां की हवा की क्वालिटी सुधरी है। इंडस्टियल इलाकों के बंद होने और लोगों के घर से काम करने के कारण वहां भी नाइट्रोजन ऑक्साइड और मीथेन जैसी जहरीली गैसों का प्रतिशत कम हुआ। नासा (NASA) के Goddard Space Flight Center के एयर क्वालिटी रिसर्चर Fei Liu बताते हैं कि ये पहली बार है कि किसी घटना के दौरान चीन की एयर क्वालिटी में इतना बदलाव दिख रहा है। हालांकि इससे पहले 2008 में आई आर्थिक मंदी के दौरान भी कई कारखाने बंद हुए, जिसका असर हवा पर पड़ा और वायु प्रदूषण घटा लेकिन कभी भी इतना स्पष्ट बदलाव देखने में नहीं आया था।

बता दे, चीन के बाद कोरोना से सबसे ज्यादा नुकसान इटली को हो रहा है। यहां 28000 मामले आ चुके हैं और 2000 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। उत्तरी इटली में मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा देखी जा रही है। यही वजह है कि इटली के पीएम ने वहां पूरी तरह से लॉकडाउन के आदेश दे दिए हैं। इसके साथ ही पूरे देश में ही होम क्वरेंटाइन का पालन हो रहा है ताकि संक्रमण फैलने से रोका जा सके।