जयपुर : मजाक बना ऑटोमेटेड ड्राइविंग ट्रैक, बिना हेलमेट ट्रायल देने पर भी लड़की पास

जयपुर के जगतपुरा में बीते दिनों से ही ऑटोमेटेड ड्राइविंग ट्रैक की फिर से शुरुआत की हैं जिसमें पास करने की प्रक्रिया को सरल भी किया गया हैं। लेकिन यह ऑटोमेटेड ड्राइविंग ट्रैक मजाक बन कर रह गया है क्योंकि यहां ट्रायल के दौरान ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ती नजर आई। दुपहिया वाहन ट्रायल ट्रैक पर शुक्रवार को बिना हेलमेट ही एक युवती ट्रायल देती नजर आई। ट्रायल के दौरान युवती कई बार पैर जमीन पर टिकाकर स्कूटी को टर्न करती नजर आई। युवती के हेलमेट नहीं पहनने के बाद भी उसे पास कर दिया गया। यह स्थिति तो तब है जब प्रदेश में सड़क सुरक्षा माह चल रहा है और लोगों को ट्रैफिक नियमों की जानकारी दी जा रही है।

तकनीकी खामी की वजह से ट्रायल देने के बाद निकलने वाले फार्म पर एक ही आवेदक की फोटो आ रही है। इससे ठीक कराने के लिए भी लोग परेशान होते रहे। शुक्रवार को 160 लोग ट्रायल देने के लिए पहुंचे। इसमें से 120 की ट्रायल हो पाई। 40 लोगों को वापस जाना पड़ा। इन सभी पर एक ही व्यक्ति की फोटो प्रिंट हुई।

250 आवेदकों पर 50 कार्ड: स्मार्ट कार्ड नहीं होने से शुक्रवार को आवेदकों को ट्रायल के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा। एक ट्रायल में आवेदकों को 2.30 घंटे से अधिक समय लगा। इसकी वजह रही कंपनी के पास पर्याप्त मात्रा में कार्ड नहीं होना रहा। आरटीओ की तरफ से हर दिन 250 लोगों को स्थायी लाइसेंस के लिए तारीख दी जा रही है, जबकि कंपनी के पास मात्र 50 ही कार्ड हैं।