गहराने लगा वीर तेजाजी महाराज मूर्ति तोड़े जाने का मामला, विपक्ष ने सरकार को घेरा, टोंक रोड जाम

जयपुर। राजधानी जयपुर के सांगानेर इलाके में शुक्रवार देर रात किसी असामाजिक तत्व द्वारा वीर तेजाजी मंदिर की मूर्ति क्षतिग्रस्त करने की घटना से तनाव की स्थिति बन गई। प्रताप नगर इलाके में स्थित इस मंदिर में मूर्ति तोड़े जाने की खबर मिलते ही स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया।

शनिवार सुबह सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु, स्थानीय लोग और हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता विरोध जताने के लिए सड़क पर उतर आए। विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल के कार्यकर्ता भी प्रदर्शन में शामिल हुए। नाराज लोगों ने जयपुर-टोंक रोड पर जाम लगा दिया और दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की।

घटना के विरोध में लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई। पुलिस ने कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया। गौरतलब है कि प्रताप नगर, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्वाचन क्षेत्र के तहत आता है। ऐसे में कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने सरकार पर निशाना साधते हुए आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की है।

दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग


पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर घटना की निंदा करते हुए लिखा कि “जयपुर के प्रताप नगर में वीर तेजाजी महाराज की मूर्ति तोड़े जाने की घटना अत्यंत निंदनीय है। जन-भावनाओं और आस्था के साथ ऐसा खिलवाड़ अस्वीकार्य है। सरकार को दोषियों की शीघ्र पहचान कर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए और धार्मिक स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।”

डोटासरा ने सरकार को घेरा


प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने एक्स पर लिखा कि “प्रताप नगर में आराध्य देव वीर तेजाजी महाराज की प्रतिमा को खंडित कर समाज में वैमनस्य फैलाने का प्रयास किया गया है। असामाजिक तत्वों द्वारा किया गया यह कृत्य सर्वसमाज की आस्था पर हमला है। सरकार दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे, यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”

टीकाराम जूली ने आस्था पर हमले की बात कही


नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भी घटना की निंदा करते हुए कहा कि “यह सिर्फ मूर्ति तोड़ने की घटना नहीं है, बल्कि हमारी आस्था और विरासत पर हमला है। सरकार को इस पर तत्काल संज्ञान लेना चाहिए और दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।” घटना के बाद से इलाके में तनावपूर्ण माहौल है। विपक्षी दलों ने एकजुट होकर राज्य सरकार से इस मामले में सख्त कदम उठाने और दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की है।

प्रदर्शन के बीच सांसद हनुमान बेनीवाल और विधायक विकास चौधरी व रामनिवास गावाड़िया भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटना की निंदा करते हुए कहा कि यह धार्मिक भावनाओं को आहत करने की साजिश है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।

घटनास्थल पर पुलिस बल तैनात

इधर, स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल तैनात किया गया है। प्रताप नगर थाने की पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। प्रारंभिक जांच में कुछ संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी मिली है और जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी की संभावना जताई जा रही है।

सांगानेर में बाजार बंद

इस घटना के विरोध में सांगानेर क्षेत्र में कई संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया और प्रताप नगर सेक्टर-3 के बाजार भी बंद कर दिए गए। लोगों ने प्रशासन से मांग की कि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए और धार्मिक स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। फिलहाल, टोंक रोड पर जाम की स्थिति को सामान्य करने के प्रयास किए जा रहे हैं और पुलिस लोगों को शांतिपूर्वक घर लौटने की अपील कर रही है।