बीकानेर : ब्लैक फंगस के कारण आपरेशन कर निकालना पड़ा रोगी का जबड़ा और आंख, बची जान

कोरोना के बाद अब ब्लैक फंगस (म्यूकोर माइकोसिस) खतरा बनता जा रहा हैं जहां जान बचाने के लिए लोगों को अपने अंगों का त्याग करना पड़ रहा हैं। इससे जुड़ा एक मामला सामने आया बीकानेर में जहां मरीज के नाक, तालू से फंगस साफ करने के साथ ही जबड़ा और आंख निकालने पड़े। इसके लिए सर्जरी की स्पेशल टीम बनाकर 42 वर्षीय रोगी का आपरेशन कर जान बचाई गई। शुक्रवार को भी सात सर्जरी प्रस्तावित है। हॉस्पिटल में पी और जेड दो वार्ड फंगस रोगियों से भर चुके हैं।

साढ़े तीन घंटे चली मैक्सिलेक्टमी विथ ऑर्बिटल एग्जेंट्रेशन सर्जरी में कैंसर के डॉ.संदीप गुप्ता, ईएनटी के डाॅ.दीपचंद एवं डॉ.गौरव गुप्ता, डेंटिस्ट्री के डॉ.रंजन माथुर एवं डॉ.जितेन्द्र आचार्य, डॉ.रामचंद्र आदि टीम में शामिल रहे। सर्जरी की इस टीम में खासतौर पर एनस्थीसिया की डॉ.सोनाली, डॉ.कीवी और डॉ.प्रियंका मौजूद रहे।

इस लंबी सर्जरी सहित कुल पांच रोगियों का ऑपरेशन हुआ। दूसरी ओर गुरुवार को आठ नए फंगस रोगी रिपोर्ट हुए। इसके साथ ही अब तक 57 मरीज सामने आ चुके हैं। इनमें से सात की मौत हो गई। डॉक्टर्स का कहना है कि सर्जरी में कि कई रोगियों में फंगस बढ़ने की रफ्तार बहुत तेज सामने आ रही है। नाक से होते हुए तालू, जबड़े, आंख को चपेट में लेता जा रहा है। बीकानेर के सर्जन्स की टीम अब तक 28 रोगियों के ऑपरेशन कर चुकी है।