नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को वरिष्ठ नौकरशाह हीरालाल सामरिया को केंद्रीय सूचना आयोग (सीआईसी) के प्रमुख के रूप में शपथ दिलाई। हीरालाल सामरिया देश के पहले दलित शख्स हैं, जो मुख्य सूचना आयुक्त बनाए गए। वे अभी तक सूचना आयुक्त थे। सामरिया ने श्रम और रोजगार मंत्रालय में बतौर सचिव भी काम किया है।
उनको इस पद की शपथ दिलाने के लिए राष्ट्रपति भवन में एक समारोह का आयोजन किया गया था। इस समारोह में वाइस प्रेसिडेंट जगदीप धनखड़, पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह सहित कई अन्य व्यक्ति मौजूद थे। बता दें कि, हीरालाल सामरिया ने तीन अक्टूबर को पूर्व सूचना आयुक्त यशवर्धन कुमार सिन्हा के रिटायर होने के बाद यह पद संभाला है।
पूर्व नौकरशाह वाईके सिन्हा का कार्यकाल तीन अक्टूबर को समाप्त हुआ था। इसके बाद से मुख्य सूचना आयुक्त का पद खाली चल रहा था। आयोग में 10 सूचना आयुक्त हो सकते हैं। सभी आयुक्त को एक मुख्य सूचना आयुक्त लीड करता है।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर हुई नियुक्तिहीरालाल सामरिया की नियुक्ति सुप्रीम कोर्ट के 30 अक्टूबर के आदेश के बाद हुई है। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और राज्य सरकारों को रिक्त पदों को भरने के लिए कहा था। चेतावनी दी गई थी कि यदि खाली पदों को नहीं भरा गया तो 2005 का सूचना का अधिकार अधिनियम अप्रभावी हो जाएगा।
चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अगुवाई वाली पीठ ने कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) को राज्य सूचना आयोगों (एसआईसी) में अधिकृत सूचना आयुक्तों की संख्या, वर्तमान रिक्तियों और लंबित की कुल संख्या पर सभी राज्यों से जानकारी एकत्र करने का निर्देश दिया था।
आठ पद अभी भी रिक्तइनकी नियुक्ति के बाद भी सूचना आयुक्त के आठ पद रिक्त हैं। फिलहाल इस आयोग में दो सूचना आयुक्त हैं। सुप्रीम कोर्ट ने सीआईसी और राज्य सूचना आयोग (एसआईसी) में खाली पदों को भरने के लिए कदम उठाने का केंद्र एवं राज्य सरकारों को निर्देश देते हुए 30 अक्टूबर को कहा था कि जल्द से जल्द इस पद को भरना होगा, ऐसा नहीं होने पर सूचना का अधिकार कानून ‘निष्प्रभावी’ हो जाएगा।
जानिए कौन हैं हीरालाल सामरिया?हीरालाल सामरिया का जन्म 14 सितंबर 1960 में राजस्थान में हुआ। उन्होंने राजस्थान यूनिवर्सिटी (आरयू) से बीई सिविल (ऑनर्स) की पढ़ाई की है। अपने करियर में वो करीमनगर, गुंटूर के कलेक्टर के रूप में सेवा दे चुके हैं। अब मुख्य सूचना आयुक्त के पद पर जिम्मेदारी संभाल रहे समारिया भारत सरकार के श्रम एवं रोजगार मंत्रालय में सेक्रेटरी भी रह चुके हैं।