राजनीतिक मतभेदों के चलते एनडीए से अलग हुई थी टीडीपी: चन्द्रबाबू नायडू

नई दिल्ली। 2018 में भाजपा नेतृत्व वाले एनडीए का हिस्सा रही तेलुगू देशम पार्टी ने आज एक बार फिर से एनडीए का दामन थाम लिया है। नई दिल्ली में टीडीपी के नेता चन्द्रबाबू नायडू, भाजपा के अमित शाह और जनसेना पार्टी के नेता अभिनेता पवन कल्याण का आगामी लोकसभा चुनाव के मद्दे नजर गठबंधन हुआ है।

इस समझौते के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए टीडीपी नेता चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) ने 2018 में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को छोड़ दिया था, यह राजनीतिक मतभेदों के कारण था, न कि व्यक्तिगत मतभेदों के कारण। उन्होंने यह पुष्टि करते हुए यह टिप्पणी की कि टीडीपी, भाजपा और पवन कल्याण की जन सेना के बीच गठबंधन की सैद्धांतिक सहमति बन गई है।

टीडीपी 2018 में गठबंधन से बाहर निकलने के बाद फिर से भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए में शामिल होगी, जब चंद्रबाबू नायडू आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री थे।

शनिवार को दिल्ली में इंडिया टुडे टीवी से बात करते हुए नायडू ने कहा कि टीडीपी अब अपने सहयोगियों के साथ मिलकर काम करेगी। उन्होंने कहा कि टीडीपी ने 2018 में केवल राजनीतिक मतभेदों के कारण एनडीए छोड़ा था।

तेदेपा नेता ने कहा कि आंध्र प्रदेश में धन का विनाश हुआ लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ध्यान धन सृजन पर है।

सूत्रों के मुताबिक, आने वाले दिनों में गुंटूर में पीएम मोदी और चंद्रबाबू नायडू के लिए एक संयुक्त रैली आयोजित करने को लेकर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के बीच चर्चा हो रही है। हालाँकि, इसके लिए तारीखें अभी तय नहीं की गई हैं।