'ताऊ ते': गुजरात तट की ओर तेजी से बढ़ रहा तूफान, 1.5 लाख लोगों को किया गया शिफ्ट; 5 राज्यों में 11 लोगों की मौत

अरब सागर से उठा समुद्री तूफान 'ताऊ ते' का खतरा गुजरात, महाराष्ट्र और कर्नाटक सहित 7 राज्यों पर बना हुआ है। केरल, कर्नाटक और गोवा के तटवर्ती इलाकों में भारी तबाही मचाने के बाद तूफान अब गुजरात की और बढ़ गया है। भारतीय तटरक्षक बल ने बताया कि महाराष्ट्र और गुजरात में मछली पकड़ने वाली सभी नौकाएं नजदीकी बंदरगाहों पर पहुंच गई हैं। मौसम विभाग के अनुसार यह काफी भीषण चक्रवाती तूफान में बदल गया है। 17 मई की शाम तक इसके गुजरात तट तक पहुंचने की संभावना है। अनुमान है कि 18 मई की सुबह यह पोरबंदर और भावनगर जिले के महुआ के बीच से गुजरेगा। 5 राज्यों में अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है। महाराष्ट्र में तूफान की वजह से वैक्सीनेशन बंद करना पड़ा है। यहां मुंबई समेत कई शहरों में अलर्ट है। चक्रवाती तूफान के चलते मुंबई में कल रात 11 बजे से भारी बारिश जारी है। बीएमसी ने बताया कि मुंबई शहर में 8.37 मिमी, पूर्व उपनगर में 6.53 मिमी और पश्चिम उपनगर में 3.92 मिमी बरसात रिकॉर्ड की गई है। बीएमसी की ओर से जानकारी दी गई है क‍ि 34 जगहों पर पेड़ गिरने की घटना सामने आई है लेकिन किसी तरह का कोई हादसा नहीं हुआ है।

तूफान मंगलवार सुबह पोरबंदर और महुवा (भावनगर) के बीच गुजरात के तट से टकरा सकता है। इस दौरान तूफान की गति 185 किलोमीटर प्रतिघंटे तक हो सकती है। इससे पहले रविवार को बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री मनसुख मांडविया ने देश के पश्चिमी तटीय इलाकों के सभी राज्यों में बंदरगाह और समुद्री क्षेत्र के बोर्ड की तैयारियों की समीक्षा की। मांडविया ने ट्वीट करते हुए कहा, 'ताऊ ते' को देखते हुए सभी तरह के सुरक्षा उपाय किए गए हैं।

उन्‍होंने कहा, समुद्री तूफान 'ताऊ ते' को देखते हुए जिस तरह से तैयारी की गई है उससे हमें उम्‍मीद है कि नुकसान कम होगा। उन्‍होंने लोगों की सुरक्षा के लिये हर संभव कदम उठाने के निर्देश दिए। बंदरगाहों ने परिस्थिति का मुकाबला करने के लिये तैयार रहने का आश्वासन दिया।'

गुजरात के तटीय इलाकों से करीब 1.5 लाख लोगों को शिफ्ट किया जा रहा है। पश्चिमी तट से हजारों मकान खाली कराए गए हैं। 'ताऊ ते' को लेकर राज्य के 18 जिलों को अलर्ट पर रखा गया है। नेशनल डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (NDRF) के डायरेक्टर जनरल एस एन प्रधान ने बताया है कि तूफान का सबसे ज्यादा असर गुजरात पर दिख सकता है, इसलिए यहां 50 टीमें तैनात हैं।

मौसम विभाग का कहना है कि इस चक्रवात का सबसे ज्यादा असर गुजरात पर पड़ेगा। द्वारका, कच्छ, पोरबंदर, जूनागढ़, गिर सोमनाथ, अमरेली, राजकोट, मोरबी और जामनगर जिलों में फूस के बने मकान पूरी तरह तबाह हो जाएंगे, मिट्टी के घरों को भी भारी नुकसान होगा, पक्के मकानों को भी कुछ नुकसान पहुंच सकता है। भारी बारिश के कारण कुछ इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हो सकते हैं। खबर है कि कामरेज तहसील में पेड़ गिरने से एक शख्‍स की मौके पर ही मौत हो गई है। सड़क पर गिरे पेड़ों को हटाने का काम शुरू कर दिया गया है।

अब तक 11 लोगों की हुई मौत

कर्नाटक के अलग-अलग जिलों में तूफान से अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, रविवार दोपहर 3 बजे महाराष्ट्र के जलगांव में एक पेड़ के झोपड़ी पर गिरने से 17 और 12 साल की दो बहनों की मौत हो गई। उनकी मां की हालत गंभीर बताई जा रही है। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने बताया कि तूफान के कारण राज्य में 2 लोगों की मौत हुई है। तूफान की वजह से तमिलनाडु के कन्याकुमारी में दीवार गिरने से 2 लोगों की मौत हो गई। इसमें 2 साल का एक बच्चा और एक 36 साल का व्यक्ति शामिल है।