नई दिल्ली । केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को कहा कि सड़क सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। साल 2030 तक दुर्घटना से होने वाली मौतों को 50 प्रतिशत तक कम करने का लक्ष्य है।
नितिन गडकरी ने 'सड़क सुरक्षा - भारतीय सड़कें @ 2030 : सुरक्षा के स्तर को ऊपर उठाना' विषय पर सीआईआई राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ''2022 की लेटेस्ट रिपोर्ट से पता चलता है कि सड़क दुर्घटनाओं में 12 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और ऐसी दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों में 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। जिससे सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) को 3.14 प्रतिशत का सामाजिक-आर्थिक नुकसान हुआ है।''
मंत्री ने आगे कहा कि इनमें से 60 प्रतिशत मौतें 18 से 35 वर्ष के युवा आयु वर्ग में होती हैं। दुर्घटना में मौत एक परिवार में कमाने वाले की हानि, एक नियोक्ता के लिए एक पेशेवर क्षति और अर्थव्यवस्था के लिए एक समग्र क्षति है।
नितिन गडकरी ने इंडियन इंक से अपनी कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी के तहत ड्राइवरों के लिए नियमित आंखों की जांच के लिए मुफ्त शिविर आयोजित करने को कहा है।
मंत्री ने कहा कि स्कूलों, कॉलेजों के बीच शिक्षा और जागरूकता, गैर सरकारी संगठनों, स्टार्ट-अप, प्रौद्योगिकी प्रदाताओं, आईआईटी यातायात और राजमार्ग प्राधिकरणों के साथ सहयोग, अच्छी सड़क सुरक्षा प्रथाओं को फैलाने का रास्ता है।
नितिन गडकरी ने कहा कि साल 2022 में 4.6 लाख सड़क दुर्घटनाएं हुईं, 1.68 लाख मौतें हुईं और 4 लाख गंभीर रूप से घायल हुए। भारतीय सड़कों पर हर घंटे 53 सड़क दुर्घटनाएं होती हैं और 19 मौतें होती हैं। नागरिकों के बीच अच्छे यातायात व्यवहार के लिए पुरस्कार की प्रणाली से नागपुर में सकारात्मक परिणाम मिले हैं।