प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 दिन की विदेश यात्रा पर पहले दिन स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम पहुंच गए हैं। स्वीडिश प्रधानमंत्री स्टेफान लोफवेन ने प्रोटोकॉल तोड़कर एयरपोर्ट पर पीएम मोदी की अगुवाई की। 16 से 20 अप्रैल तक पीएम मोदी चार दिवसीय विदेश यात्रा पर होंगे और स्वीडन उनका पहला पड़ाव है। बता दें कि पीएम मोदी पहली बार स्वीडन के दौरे पर गए हैं। मंगलवार को स्टॉकहोम में दोनों पीएम कई मुद्दों पर बात करेंगे। इसके बाद पीएम मोदी ब्रिटेन और जर्मनी जाएंगे।
लगभग 3 दशक के बाद स्वीडन जाने वाले पीएम मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं। पीएम मोदी मंगलवार को स्टॉकहोम में कई मुद्दों पर बात करेंगे। स्वीडन के बाद पीएम मोदी लंदन के लिए रवाना हो जाएंगे। वहां वह कॉमनवेल्थ हेड्स ऑफ गवर्नमेंट मीटिंग (सीएचओजीएम) में हिस्सा लेंगे। बता दें कि 52 देशों के प्रतिनिधियों में से वह एकमात्र राष्ट्र प्रमुख हैं, जिन्हें द्विपक्षीय बातचीत का न्यौता दिया गया है।
पीएम मोदी के कार्यक्रम के अनुसार वो गुरुवार से शुरू हो रहे कॉमनवेल्थ सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। अधिकारियों के मुताबिक 10 डाउनिंग स्ट्रीट में मोदी और और ब्रिटिश पीएम थेरेसा मे आतंकवाद, वीजा और प्रवासियों के मुद्दे पर चर्चा करेंगे। इसके बाद दोनों नेता लंदन के साइंस म्यूजियम जाएंगे। यात्रा के दौरान पीएम मोदी द्विपक्षीय बैठकों के अलावा भारत तथा नॉर्डिक देशों (नार्वे, फिनलैंड, आईलैंड, डेनमार्क) के शिखर सम्मेलन और राष्ट्रमंडल देशों के प्रमुखों की बैठक को संबोधित करेंगे।
ये है पीएम मोदी पूरा प्रोग्रामस्वीडन में भारतीय राजदूत मोनिका कपिल मोहता ने बताया कि यह प्रधानमंत्री मोदी की ऐतिहासिक यात्रा है, क्योंकि भारत के पीएम 30 साल बाद स्वीडन आ रहे हैं। पहली बार स्वीडन के प्रधानमंत्री परंपरा तोड़कर नरेंद्र मोदी की अगुआई के लिए एयरपोर्ट जाएंगे। उनके द्वारा पीएम मोदी को रिसीव करना हमारे लिए गर्व की बात होगी।
पीएम मोदी 17 अप्रैल को स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में वहां के पीएम से मुलाकात करेंगे। इसके बाद वह 18 अप्रैल को लंदन के ऐतिहासिक सेंट्रल हॉल में दुनियाभर के लोगों को संबोधित करेंगे। 19 और 20 अप्रैल को लंदन में कॉमनवेल्थ समिट में शामिल होंगे। वह ब्रिटेन से 20 अप्रैल को स्वदेश लौटते हुए जर्मनी की राजधानी बर्लिन भी रुकेंगे। जहां उनकी जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल से भेंट करेंगे।