आर्मी ज्वॉइन करना चाहती थी सुषमा स्वराज, बनी थी देश की दूसरी महिला विदेश मंत्री

14 फरवरी 1952 को हरियाणा के अंबाला में जन्मीं पूर्व विदेश मंत्री और भारतीय जनता पार्टी की सीनियर नेता सुषमा स्वराज का निधन हो गया है। सुषमा स्वराज ने 67 साल की उम्र में दिल्ली स्थित AIIMS में आखिरी सांस लीं। सुषमा स्वराज का राजनीतिक करियर बहुत ही शानदार और जानदार रहा हैं। सुषमा स्वराज जनता की पसंदीदा राजनीतिक हस्तियों में से एक थी। विदेश मंत्री के रूप में रहते हुए ये अपनी मजबूत उपस्थिति और सक्रियता से जनता के बीच बहुत लोकप्रिय हुई थी। सुषमा स्वराज के नाम कई कीर्तिमान हैं, जिसे अब देश याद करेगा।

- राजनीति में आने से पहले सुषमा स्वराज का पेशा वकालत था। उन्होंने 1973 में सुप्रीम कोर्ट में वकालत शुरू की थी तथा इंदिरा गांधी के बाद सुषमा स्वराज दूसरी ऐसी महिला थीं, जिन्होंने विदेश मंत्री का पद संभाला था।

- उन्होंने वर्ष 1977 में महज 25 साल की उम्र में हरियाणा की कैबिनेट मंत्री बन कर रिकॉर्ड बनाया। 1975 में पहली बार हरियाणा विधान सभा का चुनाव जीती। वह देश के किसी भी राज्य में सबसे कम उम्र की कैबिनेट मंत्री रह चुकी थी।

- इसी प्रकार सुषमा स्वराज भारत की संसद में सर्वश्रेष्ठ सांसद का पुरस्कार हासिल करने वाली पहली महिला भी थी।

- सुषमा स्वराज और उनके पति स्‍वराज कौशल की उपलब्धियों के रिकार्ड लिम्का बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकार्ड में दर्ज़ करते हुए उन्हें विशेष दम्पत्ति का स्थान दिया गया था।

- सुषमा स्वराज वर्ष 2009 में भाजपा द्वारा संसद में विपक्ष की नेता चुनी गयी थीं, इस नाते वे भारत की पन्द्रहवीं लोकसभा में प्रतिपक्ष की नेता रही थी।

- सुषमा स्वराज के नाम देश की राजधानी दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री होने का भी रिकॉर्ड था।

- देश में किसी राजनीतिक दल की पहली महिला प्रवक्ता बनने की उपलब्धि भी सुषमा स्वराज के नाम दर्ज थी।

- एक समय सुषमा अंबाला के एसडी कॉलेज की बेस्ट एनसीसी कैडेट हुआ करती थी। पंजाब विश्वविद्यालय द्वारा 1973 में उन्हें सर्वोच्च वक्ता का सम्मान भी दिया गया था।

- सुषमा शुरू से ही आर्मी ज्वॉइन करना चाहती थी, लेकिन उस समय आर्मी में महिलाओं की भर्ती की अनुमति नहीं मिलने के कारण वह अपना सपना पूरा नहीं कर पाई।

- सुषमा स्वराज पाकिस्तान की जनता के बीच काफी लोकप्रिय हैं। पाकिस्तान में उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक पाकिस्तानी महिला ने उन्हें अपना प्रधानमंत्री बनाने की इच्छा जताई थी।