राजस्थान में प्रतियोगी परीक्षाओं को लेकर नहीं थम रहा विवाद, REET के बाद अब RAS मुख्य परीक्षा को लेकर प्रदर्शन, एग्जाम आगे बढ़ाने की मांग

राजस्थान में हर सरकारी भर्ती से एक विवाद सामने आता जा रहा हैं और प्रतियोगी परीक्षाओं को लेकर विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। सड़कों से लेकर विधानसभा तक जहां REET को रद्द करते हुए CBI जांच की मांग हो रही हैं, वहीँ अब RAS मुख्य परीक्षा को लेकर भी प्रदर्शन होने लगा हैं जहां मुख्य परीक्षा की तारीख को आगे बढ़ाने की मांग की जा रही हैं। छात्रों ने बताया कि आज के माहौल में कोई भी प्रतियोगी परीक्षा विवादों से बच नहीं पाई है। रीट और पटवार रिजल्ट ने पारदर्शिता की पोल खोलकर रख दी है। वहीं अब समय से पहले RAS मुख्य परीक्षा का आयोजन करवाकर अभ्यर्थियों के साथ अन्याय किया जा रहा है।

प्रशासनिक सेवाओं की तैयारी कर रहे छात्र सरकार के खिलाफ सड़क पर उतर गए हैं। जयपुर में भी RAS परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों ने सड़क पर उतर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। गुरुवार को छात्रों ने शहर के गोपालपुरा में शव यात्रा निकल भर्ती परीक्षा की तारीख को आगे बढ़ाने की मांग की। इस दौरान छात्रों ने कहा की सरकार हमारे सपनों को तोड़ रही है इसलिए आज हमने अपने सपनों की शव यात्रा ही निकाल दी है।

दरअसल, राजस्थान में 25 और 26 फरवरी को RAS मुख्य परीक्षा का आयोजन किया जाना है। लेकिन छात्रों का कहना है कि इस बार कोर्स में बदलाव किया गया है। ऐसे में उन्हें तैयारी करने के लिए पूरा वक्त नहीं मिल पाया है। इसलिए राजस्थान लोक सेवा आयोग को छात्रों को पढ़ने के लिए और वक्त देना चाहिए। एक छात्र ने कहा की कोरोना महामारी के दौरान ज्यादा समय तक कोचिंग संस्थान बन्द रहे है। जिसके कारण छात्रों की पढ़ाई डिस्टर्ब हुई है। ऐसे में तैयारी पूरी करने के लिये छात्रों को थोड़ा वक्त और दिया जाए। उन्होंने कहा कि जब UPSC ने सिलेबस में बदलाव किया था। तो आठ महीने का समय दिया था। लेकिन RPSC ने UPSC के मुकाबले आधा समय भी नहीं दिया है।