उत्तर प्रदेश : पीपीई किट मांगने पर मेडिकल छात्रा को मिली गोली मारने की धमकी, विडियो बना छत से लगाई छलांग, इलाज जारी

कोरोना से इस जंग में कोरोना वॉरियर का महत्वपूर्ण योगदान हैं जो फ्रंटलाइन में खड़े होकर मरीजों का इलाज कर रहे हैं। ऐसे में कोरोना वॉरियर की सुरक्षा प्रशासन और अस्पताल की किम्मेदारी बनती हैं। लेकिन उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में प्राइवेट वरुण अर्जुन मेडिकल कॉलेज में एक मेडिकल छात्रा के साथ उत्पीडन देखने को मिला। जब उसने पीपीई किट की मांग की तो उसे गोली मारने की धमकी दी गई जिसके चलते उसने छत से छलांग लगा ली। पीड़ित ने छत से कूदने से पहले वीडियो भी बनाया है।

उसका आरोप है कि, कोविड-19 वार्ड में ड्यूटी करने के लिए उसने पीपीई किट की मांग की थी। लेकिन उसे धमकाया गया। कहा गया कि, अगर वह ड्यूटी नहीं करेगी तो उसे गायब कर दिया जाएगा। गोली मार दी जाएगी। कैरियर भी बर्बाद कर दिया जाएगा। छात्रा का इलाज जारी है। इस घटना को लेकर पीड़ित के साथियों में आक्रोश है। एसपी अपर्णा गौतम ने बताया कि, इस संबंध में केस दर्ज कर लिया गया है।

कॉलेज से किया था जीएनएम का कोर्स, अब वहीं कर रही जॉब

थाना तिलहर क्षेत्र के वरुण अर्जुन मेडिकल कॉलेज की छात्रा कल्पना ने बताया कि, उसने जीएनएम कोर्स करने बाद मेडिकल कॉलेज में ही जाॅब करना शुरू कर दिया था। सैलरी के नाम पर महज पांच हजार रुपए मिलते हैं। उसका हेल्थ इंश्योरेंस भी नहीं है। कोविड हास्पिटल में ड्यूटी लगा दी गई है। वह ड्यूटी करने से मना नहीं कर रही है। लेकिन सैलरी भी बढ़ाना चाहिए। छात्रा ने आरोप लगाया है कि, कॉलेज प्रबंधन ने पिछले कई दिन से खाना तक देना बंद कर दिया है। मानसिक रूप से काफी प्रताड़ित किया जा रहा है।

साथियों ने किया प्रदर्शन

वीडियो जारी करने के बाद मंगलवार की शाम छात्रा ने कॉलेज की छत से छलांग लगा दी। जिससे वह गंभीर रुप से घायल हो गई। मौके पर मौजूद कुछ महिला कर्मियों ने तत्काल छात्रा को गोद में उठाया और उसे एंबुलेंस तक लेकर गईं। उसका इलाज मेडिकल कॉलेज में चल रहा है। इस घटना के बाद अन्य कर्मियों ने धरना शुरू कर दिया है।

कॉलेज प्रबंधन ने साधी चुप्पी

एसपी ग्रामीण अपर्णा गौतम ने बताया कि छात्रा ने कूदने से पहले एक वीडियो वायरल किया था, घायल का इलाज किया जा रहा है। छात्रा के आरोपों की जांच कराई जा रही है। पुलिस ने मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल एसके शुक्ला, एमएस केजी पाल और डॉ राकेश आर्य पर धारा 342, 596 की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। वहीं मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल एसके शुक्ला से बात करने की कोशिश की तो वह मीडिया से बचते नजर आए।