सोनभद्र में सोने को लेकर फंसा ये पेच, निकालने के लिए सरकार को करना होगा अभी और इंतजार

उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वे (जीएसआई), उत्तर प्रदेश भूविज्ञान और खनन निदेशालय को सोने का भंडार मिला है। सोनभद्र में सोने का भंडार मिलने के बाद यह उम्मीद की जा रही है कि सोना उत्पादन के मामले में भारत लंबी छलांग मारकर दुनिया में दूसरे स्थान पर आ जाएगा। अभी भारत सोना भंडार के मामले में 10वें स्थान पर है। लोग इंतजार कर रहे हैं कि आखिर सोनभद्र में सोने की खान का जो पता मिला है, वहां खुदाई कब शुरू होगी और उससे कितना सोना बाहर निकलेगा। जानकारों के मुताबिक राज्य सरकार ने सोना निकालने के लिए काम शुरू कर दिया है लेकिन खजाने के लिए शुरू होने वाली खुदाई को लेकर पेच फंसा हुआ है, जिसकी वजह से अभी यहां खुदाई में वक्त लग सकता है।

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दरअसल, सोन पहाड़ी पर सोने की खान के लिए जो जमीन चिन्हित की गई है वो एक किलोमीटर लंबी और चार किलोमीटर चौड़ी है। पेच इस बात को लेकर फंसता हुआ नजर आ रहा है कि टीम ने जमीन का जो सर्वेक्षण किया है उसमें 95 फीसदी जमीन वन विभाग की है जबकि 5 फीसदी पर अन्य लोगों का कब्जा है। सोनभद्र के जिस सोन पहाड़ी पर सोना होने की जानकारी मिली है और जहां खनन होना है वो जमीन फॉरेस्ट रिजर्व के तहत हैं। अब इस संबंध में अंतिम फैसला स्थानीय प्रशासन को नहीं बल्कि राज्य सरकार को मुख्यालय स्तर पर लेना होगा। वरिष्ठ खनन अधिकारी केके राय के मुताबिक चिन्हित जमीन का 95 फीसदी हिस्सा वन विभाग के स्वामित्व में है।

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बता दें ताजा रिपोर्ट में हरदी क्षेत्र में 646.15 किलोग्राम सोने का भंडार होने की पुष्टि हुई है। तो वहीं सोन पहाड़ी में 2943.25 टन सोने का भंडार होने की पुष्टि हुई है। ई-टेंडरिंग से इसकी नीलामी का आदेश भी जारी कर दिया गया है। भूतत्व और खनिकर्म निदेशालय ने शुक्रवार को इसकी पुष्टि की। सोने के अलावा यूरेनियम, दूसरे अयस्कों के भी भंडार होने की बात सामने आ रही है।