जयपुर : नर्स पूनम ने मरीजों की सेवा को बताया अपना धर्म, 3 माह से गर्भवती होने के बावजूद 16 घंटे कर रही काम

इस कोरोनाकाल में डॉक्टर्स और नर्सेज का योगदान सराहनीय रहा हैं जिन्होंने मरीजो की सेवा के लिए दिन-रात बराबर कर दिए। वर्तमान में कोरोना की दूसरी लहर अपना पूरा कहर ढा रही है और इस बीच अपने कर्म को धर्म मानते हुए सभी चिकित्साकर्मी मरीजों को बचाने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं। आज इंटरनेशनल नर्सेज डे के मौके पर हम आपको एक ऐसी नर्स के बारे में बताने जा रहे हैं जो 3 माह से गर्भवती होने के बावजूद 16 घंटे काम करते हुए मरीजों की सेवा कर रही हैं।

हम बात कर रहे हैं एसएमएस में नर्स ग्रेड सेकेंड पूनम जो तीन माह से गर्भवती हैं। पूनम जानती हैं यह संकट का दौर है, खासकर उनके लिए जो सीधे कोरोना मरीजों के संपर्क में हर क्षण हैं। फिर भी मुस्कुरा कर पूनम कहती हैं कि सेवा की शपथ ली है, भला वो कैसे भूल सकती हूं? जहां तक रही मेरी और मेरे बच्चे की बात तो ऊपर वाला मेरे साथ है और मेरा भरोसा है कि जब वो साथ हो तो फिर डर कैसा? पूरी सावधानी-हर पल सतर्कता और ईश्वर में आस्था को मन में लेकर अपने धर्म का...मानव सेवा वाले धर्म का पालन कर रही हूं।