दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में बुधवार को सुरक्षा बलों के समक्ष पांच महिलाओं समेत छह नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि दक्षिण बस्तर में माओवादियों की मलंगेर एरिया कमेटी के सदस्य नक्सलियों ने पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।
उन्होंने बताया कि नक्सलियों ने यह कहते हुए आत्मसमर्पण किया कि वे पुलिस के पुनर्वास अभियान 'लोन वर्राटू' (अपने घर/गांव लौटो) से प्रभावित हैं और खोखली माओवादी विचारधारा से निराश हैं।
अधिकारी ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले कैडरों में से हरेंद्र कुमार माडवी उर्फ हुंगा प्रतिबंधित माओवादी संगठन के बुरगुम पंचायत के तहत मिलिशिया डिप्टी कमांडर था, जबकि महिला हिडमे मरकाम दंडकारण्य आदिवासी किसान मजदूर संगठन (डीएकेएमएस) की उपाध्यक्ष थी।
उन्होंने बताया कि चार अन्य महिलाएं - अयाते मुचाकी, जिम्मे कोरम उर्फ शांति, हुंगी सोदी और सोदी - निचले स्तर की कैडर थीं। उन्होंने कहा, उन्हें सड़कें खोदने, रास्ते बंद करने के लिए पेड़ गिराने और नक्सलियों द्वारा बुलाए गए बंद के दौरान पोस्टर और बैनर लगाने का काम सौंपा गया था।
उन्होंने कहा कि उन्हें सरकार की आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति के अनुसार सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। अधिकारियों ने बताया कि इसके साथ ही, जून 2020 में शुरू किए गए पुलिस के 'लोन वर्राटू' अभियान के तहत जिले में 900 नक्सली मुख्यधारा में शामिल हो गए हैं, जिनमें 212 के सिर पर नकद इनाम है।